आम आदमी के रूप में किसानों के साथ सिंघु बॉर्डर पर जाने की योजना बनायी थी, लेकिन मुझे जाने नहीं दिया गया : अरविंद केजरीवाल
नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अपने आवास पर मंगलवार को संबोधित किया. उन्होंने कार्यकर्ताओं के समक्ष दिल्ली पुलिस द्वारा नजरबंद किये जाने और आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन दिये जाने को लेकर अपनी बातें रखीं.
नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को अपने आवास पर मंगलवार को संबोधित किया. उन्होंने कार्यकर्ताओं के समक्ष दिल्ली पुलिस द्वारा नजरबंद किये जाने और आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन दिये जाने को लेकर अपनी बातें रखीं.
I had planned that today I would go to the border not as CM but as a common man to express my solidarity with the farmers. I think they came to know about my plan and they did not let me go: Delhi CM Arvind Kejriwal https://t.co/6TOwmcOP4Z pic.twitter.com/vp7YY7QFww
— ANI (@ANI) December 8, 2020
उन्होंने कहा कि ”मैंने योजना बनायी थी कि आज मैं मुख्यमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि किसानों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए एक आम आदमी के रूप में सीमा पर जाऊंगा.” साथ ही उन्होंने कहा कि ”मुझे लगता है कि उन्हें मेरी योजना के बारे में पता चला और ‘उन्होंने’ मुझे जाने नहीं दिया.’
मालूम हो कि नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समर्थन दिया है. बताया जाता है कि वह मंगलवार को संघू बॉर्डर पर किसानों से मिलने के लिए जानेवाले थे. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया.
हालांकि, दिल्ली पुलिस ने अरविंद केजरीवाल को नजरबंद किये जाने के आरोपों का खंडन किया है. वहीं, मुख्यमंत्री के आवास पर चले ड्रामे के बाद अरविंद केजरीवाल घर से बाहर आये और पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी आरोप लगाया कि उन्हें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने की अनुमति नहीं दी गयी और उन्हें आवास के बाहर ही रोक दिया गया. इस दौरान आप कार्यकर्ता भी मौजूद थे.