I-N-D-I-A की प्रेस कॉन्फ्रेंस, राहुल गांधी से लेकर अरविंद केजरीवाल तक, जानें किसने क्या कहा
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) ने गठबंधन की सर्वोच्च ईकाई के रूप में शुक्रवार को 14 सदस्यीय एक महत्वपूर्ण समिति गठित की जिसमें कई दलों के प्रमुख नेता शामिल हैं. यही समिति गठबंधन के पूरे काम काज को देखेगी.
विपक्ष की सबसे बड़ी गठबंधन I-N-D-I-A की दो दिनों तक चली बैठक के बाद नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ी बातें बतायी. विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) ने गठबंधन की सर्वोच्च ईकाई के रूप में शुक्रवार को 14 सदस्यीय एक महत्वपूर्ण समिति गठित की जिसमें कई दलों के प्रमुख नेता शामिल हैं. इसके साथ ही 19 सदस्यीय चुनाव अभियान समिति, सोशल मीडिया से संबंधित 12 सदस्यीय कार्य समूह, मीडिया के लिए 19 सदस्यीय कार्यसमूह और शोध के लिए 11 सदस्यीय समूह गठित किया है.
सर्वोच्च इकाई के रूप में काम करेगी समन्वय समिति
समन्वय समिति ही गठबंधन की सर्वोच्च इकाई के रूप में काम करेगी. इस समिति में कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, द्रमुक नेता टी आर बालू, राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत, आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती शामिल हैं. इसमें जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष ललन सिंह और समाजवादी पार्टी के सांसद जावेद अली खान को भी शामिल किया गया है. माकपा से कोई एक नेता बाद में इस समिति में शामिल होंगे. सूत्रों ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 30 सितंबर तक सीटों के तालमेल का काम पूरा कर लिया जाएगा.
एम के स्टालिन ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम को बताया गठबंधन का चेहरा
द्रमुक अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के साझेदारों से तुरंत एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) तैयार करने का आग्रह किया और कहा कि यह गठबंधन का चेहरा होगा. मुंबई में विपक्ष की बैठक को संबोधित करते हुए स्टालिन ने कहा कि तुरंत एक समन्वय समिति गठित की जानी चाहिए और एक सीएमपी तैयार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘यह (सीएमपी) विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का चेहरा होगा.। भाजपा सरकार ने देश को कई तरीकों से बर्बाद कर दिया है. इसे (सीएमपी) लोगों के सामने एक खाका पेश करना चाहिए जिसमें यह बताया जाए कि बदलाव करने के लिए हमारा इरादा क्या है.’
निरंकुश शासन को उखाड़ फेंकने का संकल्प
द्रमुक नेता ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन को एक ‘निरंकुश शासन’ को उखाड़ फेंकने और लोकतंत्र की स्थापना के लिए आवश्यक नीतियों और आदर्शों का पता लगाना चाहिए और विपक्षी गुट को ऐसे आदर्शों का अनुसरण करना चाहिए. स्टालिन ने कहा, ‘हमारा पहला उद्देश्य भाजपा शासन को उखाड़ फेंकना और केंद्र में धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक ताकतों की सरकार स्थापित करना है। भाजपा को अलग-थलग करने के लिए, जहां तक संभव हो, भाजपा विरोधी पार्टियों को गठबंधन में शामिल करना चाहिए.’ उन्होंने दावा किया कि जब एकमात्र लक्ष्य भारतीय लोकतंत्र की रक्षा करना है, तो ‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि भाजपा हार जाएगी.’ स्टालिन ने कहा कि गठबंधन जीत की राह पर आगे बढ़ रहा है. उन्होंने दावा किया कि ‘इंडिया’ नाम ही भाजपा में ‘भय’ पैदा कर रहा है.
हम ‘मित्र परिवारवाद’ के खिलाफ लड़ेंगे : उद्धव ठाकरे
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी दल सरकार की तानाशाही और ‘मित्र परिवारवाद’ के खिलाफ लड़ेंगे. विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की बैठक के बाद ठाकरे ने कहा, ‘आज गठबंधन की तीसरी बैठक हुई. दिन ब दिन ‘इंडिया’ मजबूत होता जा रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘हमने तय किया है कि तानाशाही के खिलाफ लड़ेंगे. हम जुमलेबाजी और भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं. हम ‘मित्र परिवारवाद’ के खिलाफ लड़ेंगे.’ ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘नारा दिया गया था कि ‘सबका साथ, सबका विकास.’ लेकिन जिन लोगों ने साथ दिया, उनको लात और मित्रों का साथ है. हम यह ‘मित्र परिवारवाद’ चलने नहीं देंगे.’ उन्होंने कहा, ‘हम कहना चाहते हैं कि डरिए मत. भयमुक्त भारत के लिए सब एकजुट हैं.’
140 करोड़ जनता का गठबंधन : अरविंद केजरीवाल
आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘यह गठबंधन कुछ दलों का नहीं, बल्कि 140 करोड़ जनता का गठबंधन है.’ केजरीवाल ने अडाणी समूह से जुड़े मामले का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि पूरी केंद्र सरकार सिर्फ एक आदमी के लिए काम कर रही है. उन्होंने यह दावा भी किया कि केंद्र की मौजूदा सरकार सबसे भ्रष्ट और अहंकारी सरकार है. उन्होंने कहा कि वे हमारे गठबंधन में फूट डालने का प्रयास करते हैं और अगर इसमें कामयाब नहीं होते तो यह प्रचारित करते हैं कि हमारे बीच मतभेद है. केजरीवाल ने भरोसा जताया कि यह गठबंधन केद्र की सरकार को उखाड़ फेंकेगी.
अडानी के नाम पर राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को घेरने का किया प्रयास
राहुल गांधी ने कहा कि गठबंध में कई मतभेद थे, लेकिन जिस तरह से मतभेदों को दूर किया गया, उससे मैं प्रभावित हूं. हम चुनाव में बीजेपी को जरूर हरा देंगे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने हमारी जमीन हड़प ली है. उन्होंने कहा कि जब वो लद्दाख गये थे तो उन्होंने खुद चीनियों को देखा था. लद्दाख के स्थानीय लोगों ने भी बताया कि चीन पर पीएम झूठ बोल रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने अडानी को लेकर पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला और आरोपों की जांच की मांग कर दी. उन्होंने कहा कि अगर सरकार जांच नहीं कराती तो यह स्पष्ट है कि सरकार एक आदमी के लिए काम कर रही है.
समय से पहले भी हो सकते हैं चुनाव, हम तैयार हैं : नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कहा, ‘आज ‘इंडिया’ की तीसरी बैठक थी. बहुत अच्छे ढंग से बातचीत हुई है. अब नियमित रूप से जगह-जगह जाकर प्रचार-प्रसार करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘जितनी पार्टियां एकजुट होकर काम कर रही हैं, इसी का नतीजा होगा कि अभी जो केंद्र की सत्ता में हैं अब वह हारेंगे, अब वह जाएंगे. ये पक्का जान लीजिए.’ नीतीश ने कहा कि पटना से शुरु हुई बैठक के बाद यह सफर मुंबई पहुंचा है, लिहाजा वह चाहते हैं कि अब आगे का काम तेजी से हो. उन्होंने कहा, ‘हम लोगों ने तेजी से काम करने की शुरुआत कर दी है. कोई ठिकाना नहीं है, चुनाव समय के पहले भी हो सकते हैं. इसलिए हम लोगों को भी सतर्क रहना पड़ेगा.’
मीडिया पर सत्ता पक्ष का कब्जा : नीतीश कुमार
नीतीश ने कहा कि ‘इंडिया’ के बैनर तले, ‘समाज के हर तबके का उत्थान होगा, किसी की कोई उपेक्षा नहीं होगी.’ जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश ने सत्ताधारी भाजपा पर साम्प्रदायिक राजनीति करने भी आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘सबको लेकर’ आगे बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि अभी तो मीडिया पर भी सत्ताधारी पार्टी का ‘कब्जा’ है लेकिन एक बार उनसे (वर्तमान केंद्र सरकार से) ‘मुक्ति’ मिलेगी तो आप सब प्रेस वाले ‘आजाद’ हो जाइएगा. उन्होंने कहा, ‘फिर जो उचित लगेगा, वही लिखिएगा, वही बोलिएगा. यह बहुत जरूरी है.’