लखनऊ : उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने शनिवार को कहा कि हाथरस में कथित सामूहिक बलात्कार पीड़िता की लड़ाई लड़ने से रोकने के लिये उन्हें घर में नजरबंद किया गया है. लल्लू ने से कहा, ‘‘मैं अपने घर में नजरबंद हूं, मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है जैसा अपराधी के साथ होता है . ऐसा केवल मुझे हाथरस जाने से रोकने के लिये किया गया है ताकि मैं कथित सामूहिक बलात्कार पीड़िता की लड़ाई न लड़ सकूं.”
उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि सरकार कितनी डरी हुई है. क्या पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए लड़ना या उसके परिवार से मिलना गलत है? उन्होंने बताया, ‘‘पुलिस देर रात डेढ़ बजे के करीब मेरे घर आई और दरवाजा खटखटाया.
मैंने पूछा क्या मामला है तब उन्होंने मुझे हजरतगंज थाने में दर्ज मेरे खिलाफ एक मामले का नोटिस थमा दिया.” लल्लू ने कहा, ‘‘आज सुबह मैंने देखा कि मेरे दरवाजे पर पुलिसकर्मी खड़े हैं और उन्होंने मुझे सुबह टहलने जाने से रोका और बताया कि मैं नजरबंद हूं. मेरे घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गयी है.”
इससे पहले पार्टी के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने बताया कि उप्र कांग्रेस अध्यक्ष लल्लू को उनके राजधानी स्थित घर पर नजरबंद कर दिया गया है और उन्हें बाहर निकलने की इजाजत नहीं है. उन्होंने बताया कि ऐसा इसलिये किया गया है ताकि लल्लू पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के प्रस्तावित हाथरस दौरे में शामिल न होने पायें. उप्र कांग्रेस पार्टी ने एक ट्वीट में प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू, कई जिलाध्यक्षों व 500 से अधिक कार्यकर्ताओं को घर पर नजरबंद किये जाने का दावा किया.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak