IAS Pooja Khedekar: पूजा खेडकर के मामले में आया नया मोड़, पुणे के अस्पताल ने कहा- प्रमाण पत्र में कोई गड़बड़ी नहीं

पूजा के विलांगता प्रमाण पत्र को लेकर पुणे स्थित यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल ने अपनी आंतरिक जांच पूरी की है. इस जांच में पाया गया है कि उन्हें विकलांगता प्रमाण पत्र जारी करने में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है.

By Kushal Singh | July 25, 2024 9:25 AM

IAS Pooja Khedekar: ट्रेनी IAS पूजा पर लगे आरोपों के आधार पर मामले की जांच की जा रही है. अब इस मामले में नया मोड़ आता दिख रहा है. पूजा की दिव्यांगता प्रमाण पत्र में गड़बड़ी की जांच पुणे के एक अस्पताल द्वारा की गई है. अस्पताल के एक आधिकारी ने बताया कि पूजा के दिव्यांगता प्रमाण पत्र की जांच में पाया गया है कि पूजा खेडकर को 7 प्रतिशत दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी करने में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. YCM अस्पताल के डीन डॉ राजेंद्र वाबले ने कहा, “आंतरिक रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि हमारे फिजियोथेरेपी और ऑर्थोपेडिक विभागों द्वारा गहन मूल्यांकन के बाद प्रमाण पत्र जारी किया गया था और आयोजित चिकित्सा परीक्षण नियमों के अनुसार थी और इसमें कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई.” हालांकि उन्होंने यह भी साफ कहा कि प्रमाण पत्र से शिक्षा या रोजगार में कोई लाभ नहीं मिलेगा.

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UPSC ने पूजा के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद उनके प्रशिक्षण पर लगी थी रोक

पूजा खेडकर UPSC की उम्मीदवारी में दिव्यांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र के अपने दावों आदि साथ-साथ पुणे कलेक्टर कार्यालय में अपने कार्यकाल के दौरान अपने आचरण के लिए जांच के दायरे में हैं. बता दें कि पूजा को UPSC द्वारा कदाचार के आरोपों की “गहन जांच” के बाद पूजा खेडकर के खिलाफ “गलत तरीके से प्रस्तुत करने और तथ्यों को गलत साबित करने” के लिए एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया था. आयोग द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, पूजा खेडकर ने कथित तौर पर कई बार सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिए अपनी पहचान में हेरफेर किया, जो स्वीकार्य प्रयासों से अधिक था. प्राप्त जानकारी के मुताबिक UPSC ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. विवाद के बीच सरकार ने पूजा खेडकर के ‘जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम’ पर रोक लगा दी थी, उन्हें ‘आवश्यक कार्रवाई’ के लिए मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में वापस बुलाया गया था.

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