ICAI CA Topper: चार्टर्ड अकाउंटेंसी की फाइनल परीक्षा में टॉप करने वाले अनिल शाह ने बताया Success का मंत्र
ICAI CA Topper: देश भर में चार्टर्ड अकाउंटेंसी की फाइनल परीक्षा में टॉप करने वाले 22 वर्षीय अनिल शाह ने कहा कि मुझे हर दिन कई घंटे अध्ययन करना पड़ता था. मैंने कभी भी समय के संदर्भ में दैनिक लक्ष्य निर्धारित नहीं किया था.
ICAI CA Topper: देश भर में चार्टर्ड अकाउंटेंसी की फाइनल परीक्षा में टॉप करने वाले 22 वर्षीय अनिल शाह ने बताया कि उन्होंने किस तरीके से इस सफलता को हासिल किया है. बता दें कि इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के द्वारा शुक्रवार की सुबह नतीजे घोषित किए गए थे, जिसमें अनिल शाह ने कुल 800 में से 642 अंक हासिल किए हैं.
मुझे हर दिन कई घंटे करना पड़ता था स्टडी: शाह
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में मुंबई के रहने वाले अनिल शाह ने कहा कि परीक्षा पास करने के बाद मैं CA बन गया हूं. उन्होंने कहा कि मेरी यात्रा 2018 में वापस शुरू हो गई थी. मुझे हर दिन कई घंटे अध्ययन करना पड़ता था. मैंने कभी भी समय के संदर्भ में दैनिक लक्ष्य निर्धारित नहीं किया था. मुंबई के एचआर कॉलेज से पिछले साल ग्रेजुएशन करने वाले अनिल शाह ने कहा कि वह केवल एक अच्छे रैंक की उम्मीद कर रहे थे. लेकिन, वे देश भर में टॉप करेंगे, उन्हें इसकी उम्मीद नहीं थी. अनिल शह का कहना है कि उन्होंने इस परीक्षा के लिए बहुत मेहनत की, लेकिन परीक्षाएं बहुत अनप्रिडिक्टेबल थीं.
Mumbai | Anil Shah, who has secured AIR 1 with 642 marks in ICAI CA final result says, "After clearing the exam, I've become a CA. My journey had started back in 2018. I had to study for several hours every day. Had classes every day. I never set a daily target in terms of time." pic.twitter.com/YpRgooF94l
— ANI (@ANI) July 17, 2022
सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं अनिल शाह
अनिल शाह का कहना है कि मुझे अभी यह नहीं पता कि भविष्य में मैं कोई सीए फर्म या कॉरपोरेट ज्वाइन करूंगा या एक सलाहकार के रूप में किसी संगठन में शामिल होना चाहूंगा. इसलिए मैं अभी भी अपने सभी विकल्पों पर विचार कर रहा हूं. बता दें कि अनिल शाह जब दो साल के थे, तब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी. अनिल की मां एक गृहिणी हैं. अनिल अपने खाली समय में, विजन सीए नामक एक समूह के हिस्से के रूप में सीए के छात्रों को सलाह देते हैं. वे छात्रों के साथ बातचीत करते हैं और उन्हें उनकी तैयारी में मदद भी करते हैं.