भारत में एंटी वायरल कोविड19 टैबलेट पर चल रहा विचार, आईसीएमआर के डीजी ने कही ये बात

भारत में एंटी वायरल कोविड19 टैबलेट के प्रभाव पर अध्ययन चल रहा है. आईसीएमआर ने सलाह दी है कि बहुत जरूरी न हो, तो लोग अपनी यात्रा को टाल दें. त्योहारों में भीड़-भाड़ से बचें. Read Latest Updates Here...

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2021 5:56 PM

नयी दिल्ली: दुनिया भर के देशों में कोरोनावायरस के नये वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) के पैर पसारने के बीच भारत में एक अच्छी खबर है. यहां एंटी वायरल कोविड19 टैबलेट (Anti Viral Covid19 Pills) के इस्तेमाल पर विचार किया जा रहा है. आईसीएमआर (ICMR) के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर बलराम भार्गव ने यह जानकारी दी है.

डॉ भार्गव ने शुक्रवार को मीडिया के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हम अभी इस पर चर्चा कर रहे हैं. अब तक जो तथ्य हमारे सामने आये हैं, उसमें हमने पाया है कि इसका इस्तेमाल संक्रमण की जांच से पहले करने की जरूरत है. यानी इसे बहुत पहले देना होगा.

डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि बीमारी की जांच से भी पहले संक्रमित व्यक्ति को इस टैबलेट का इस्तेमाल करना होगा. उन्होंने कहा कि एंटी वायरल टैबलेट के जो वैज्ञानिक आंकड़े हैं, उसमें ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया है, जो बता रहा हो कि कोरोना से संक्रमित लोगों पर यह प्रभावी है. इसलिए इसके इस्तेमाल की अनुमति देने से पहले और गहन अध्ययन की जरूरत है.

Also Read: आईसीएमआर का दावा देश के 50 प्रतिशत बच्चे हो चुके हैं कोरोना संक्रमित, थर्ड वेव से डरने की जरूरत नहीं

डीजी आईसीएमआर के डीजी डॉ भार्गव ने सलाह दी है कि अगर बहुत जरूरी न हो, तो लोग अपनी यात्रा को टालें. भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें. त्योहारों में भी बहुत ज्यादा भीड़ न होने दें. लोग सादगी से त्योहार मनायें. यह आपके हित में है, आपके आसपास के लोगों के भी हित में है.

उल्लेखनीय है कि 91 देशों में फैल चुका ओमिक्रॉन का संक्रमण भारत में भी तेजी से पैर पसार रहा है. भारत के 11 जिलों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के 101 मामलों की पुष्टि हो चुकी है. हालांकि, अभी तक इससे किसी की मौत नहीं हुई है. वैज्ञानिक बता रहे हैं कि ओमिक्रॉन की तीसरी लहर जनवरी में आ सकती है.

बहुत तेजी से फैल रहा है ओमिक्रॉन वैरिएंट

ओमिक्रॉन वैरिएंट के बहुत घातक होने का कोई प्रमाण अभी तक नहीं मिला है, लेकिन इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि कोरोना वायरस का यह वैरिएंट अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है. दुनिया में तबाही मचाने वाले डेल्टा वैरिएंट से इसकी तीव्रता पांच गुणा अधिक बतायी जा रही है. इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है.

डॉक्टर कह रहे हैं कि अगर कोरोना वायरस से बचाने वाला टीका आपने ले लिया है, तो आपको बहुत ज्यादा खतरा नहीं है. लेकिन, इसका अर्थ यह नहीं है कि आप कोरोना के प्रति लापरवाह हो जायें. आपको कोरोना गाइडलाइन का हर हाल में पालन करते रहना है. मास्क पहने रहें. सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें.

Posted By: Mithilesh Jha

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.

Next Article

Exit mobile version