कोविड 19 से देश में मातृ मृत्यु दर दो प्रतिशत रही, दूसरी लहर में महिलाएं ज्यादा प्रभावित हुईं
आईसीएमआर ने आज कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में मातृ मृत्यु दर दो प्रतिशत रही. कोविड 19 की पहली और दूसरी लहर के दौरान मातृ मृत्यु दर के आंकड़ों का तुलनात्मक विश्लेषण करने से यह बात साफ होती है कि इनमें से अधिकांश की मौत निमोनिया और श्वसन तंत्र में विफलता के कारण हुई.
आईसीएमआर ने आज कहा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में मातृ मृत्यु दर दो प्रतिशत रही. कोविड 19 की पहली और दूसरी लहर के दौरान मातृ मृत्यु दर के आंकड़ों का तुलनात्मक विश्लेषण करने से यह बात साफ होती है कि इनमें से अधिकांश की मौत निमोनिया और श्वसन तंत्र में विफलता के कारण हुई.
Total number of maternal deaths during both the waves of pandemic were 2%, of which majority were due to COVID19 pneumonia & respiratory failure, as per comparative analysis of data from pregnant women & postpartum women during 1st & 2nd wave of COVID19: ICMR
— ANI (@ANI) June 16, 2021
कोरोना की पहली और दूसरी लहर का विश्लेषण करने से यह बात सामने आती है कि दूसरी लहर में मामले ज्यादा आये. पहली लहर में 14.2 प्रतिशत मामले सामने आये, जबकि दूसरी लहर में 28.7 प्रतिशत केस सामने आये. पहली लहर में 0.7 प्रतिशत मृत्यु दर रही जबकि दूसरी लहर में यह 5.7 प्रतिशत रहा.
गौरतलब है कि पहली लहर में महिलाओं को कोरोना वायरस ने पुरुषों की अपेक्षा कम संक्रमित किया था और उनकी मृत्यु दर भी कम थी, लेकिन दूसरी लहर में यह आंकड़ा बदला और महिलाएं भी कोरोना वायरस से संक्रमित हुई.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर में मौत काफी हुई और इस बार वायरस ने युवाओं को निशाना बनाया. लोगों की लापरवाही और कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करना भी दूसरी लहर के आने का प्रमुख कारण बना.
Posted By : Rajneesh Anand