इस बार राजपथ पर होने वाली परेड को सिर्फ चार हजार लोग ही देख सकेंगे. इसका कारण यह है कि सिर्फ चार हजार पास ही आम जनता को बेचने का फैसला किया गया है. यह पास भी परिचय पत्र दिखाने के बाद मिलेंगे और 26 जनवरी को उसकी दोबारा चेकिंग के बाद दर्शक दीर्घा में पहुंच सकेंगे. हर बार पास और वही परिचय पत्र दिखाना होगा जो उसे खरीदते समय दिखाया था.
परिचय पत्र अनिवार्य करने की यह विशेष चौकसी किसान आंदोलन के चलते बरती जा रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने इस बार सिर्फ 25 हजार लोगों को परेड में शामिल होने की अनुमति दी है. इनमें से चार हजार पास आम लोगों को बेचे जाएंगे. तीन हजार पास गृह मंत्रालय को दिए जाएंगे. बाकी पास रक्षा मंत्रालय नेता व वीआईपी लोगों को देगा.
दिल्ली पुलिस के इस वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि किसान आंदोलन को देखते हुए इस बार नई दिल्ली की सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया जाएगा. यहां पर परेड में जाने वाले लोगों के पास चेक किए जाएंगे. इससे पहले परेड स्थल के पास ही पास चेक किए जाते थे. जिनके पास पास नहीं होगा वे कार्यक्रम खत्म होने के बाद ही नयी दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे.
पुलिस को आशंका है कि किसान कभी भी दिल्ली में प्रवेश या कोई हंगामा कर सकते हैं. ऐसे में दिल्ली पुलिस आए दिन मॉक ड्रिल कर रही है. मॉक ड्रिल कर ये देख रही है कि अगर किसान दिल्ली में घुसने लगे तो पुलिस के जवान कितनी जल्दी बॉर्डरों पर पहुंच सकते हैं.
Posted By : Rajneesh Anand