IED Blast In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में आज यानी मंगलवार को नक्सल विरोधी अभियान के दौरान एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED)विस्फोट से दो जवान घायल हो गए है. स्पाइक ट्रैप पर अनजाने में पैर रखने से एक अन्य जवान भी घायल हुआ है. दोनों घटनाएं उस समय हुईं जब, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों की सीमा पर स्थित जंगल में सुरक्षा बल नक्सल रोधी अभियान पर निकले थे. इस अभियान में जिला रिजर्व गार्ड और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान शामिल थे.
विस्फोट में दो जवान घायल, चल रहा है इलाज
पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना दो जवान अनजाने में आईईडी के संपर्क में आ गए थे, जिससे विस्फोट हो गया और वे घायल हो गए. तीसरा जवान नक्सलियों की ओर से लगाए गए स्पाइक ट्रैप पर पैर रखने के कारण घायल हो गया. घायल जवानों को रायपुर के श्री नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी
सुरक्षाबलों की ओर से नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है. हालांकि नक्लियों की ओर से भी जवानों को निशाने बनाने की कोशिश की जा रही है. इसी कड़ी में रविवार (2 फरवरी) को जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के संयुक्त अभियान के तहत छत्तीसगढ़ के कांकेर में हथियारबंद माओवादियों के साथ मुठभेड़ हुई थी. दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग की गई थी.
बीजापुर में माओवादियों ने की दो ग्रामीणों की हत्या
वहीं, पुलिस ने मंगलवार को बताया छत्तीसगढ़ के बीजापुर में संदिग्ध माओवादियों ने दो ग्रामीणों की गला रेतकर हत्या कर दी है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक तर्रेम थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुड़गीचेरू गांव में संदिग्ध माओवादियों ने दो ग्रामीणों की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी है. घटना को अंजाम देने के बाद माओवादी मौके से फरार हो गए. इससे पहले 26 जनवरी को भी पुर के भैरमगढ़ इलाके में एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. 16 जनवरी को भी नक्सलियों ने मिरतुर इलाके में पुलिस मुखबिर होने के संदेह में एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी.
आईईडी ब्लास्ट में 9 जवान हुए थे शहीद
वहीं जनवरी महीने के पहले सप्ताह में छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने बड़ा हमला किया था. नक्सलियों के आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आकर 9 जवान शहीद हो गए थे. बीजपुर के कुटरू थाना क्षेत्र के अम्बेली गांव के पास नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर सुरक्षाबलों के वाहन को उड़ा दिया थी. इस घटना में दंतेवाड़ा जिला रिजर्व गार्ड के आठ जवान शहीद हो गए थे. हमले में वाहन चालक की भी मौत हो गई थी.