सरकार ने कहा है कि अगर विपक्षी सांसद माफी मांग लें, तो उनका निलंबन वापस लिया जा सकता है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मैंने हाउस में कहा कि अगर विपक्षी दल यह आश्वासन दें कि सांसद फिर से आसन के सामने तख्तियां नहीं दिखायेंगे, दुर्व्यवहार नहीं करेंगे, तो उनका निलंबन वापस लिया जा सकता है.
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि जो लोग अपनी गलती स्वीकार कर लेते हैं और माफी मांग लेते हैं, वे महान होते हैं. अगर सांसद ऐसा अहंकार दिखायेंगे, तो हम क्या कर सकते हैं? यदि वे गांधी प्रतिमा के पास बैठना चाहते हैं, तो हम उनसे कहना चाहेंगे कि हमें आपके सेहत की चिंता है. ऐसा मत कीजिए.
Also Read: लोकसभा-राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के निलंबन पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुलाई बैठक, TMC-AAP ने बनाई दूरी
अगर आप बैठना ही चाहते हैं, तो सुबह से शाम तक यहां बैठें और उसके बाद अपने घर चले जायें. आराम करें. अगले दिन फिर सुबह आयें और अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखें. जनता आपके व्यवहार को देख रही है. जब सरकार सदन में चर्चा के लिए तैयार है, तो आप क्या कर रहे हैं. आप जो कर रहे हैं, यह सही नहीं है.
बता दें कि संसद में अशोभनीय व्यवहार करने और आसन की अवमानना के मामले में राज्यसभा के 20 और लोकसभा के 4 सदस्यों को निलंबित किया गया है. इसके विरोध में विपक्षी सांसदों ने 50 घंटे का विरोध प्रदर्शन शुरू किया है. आज लोकसभा में एनसीपी, डीएमके और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने कांग्रेस के चार सदस्यों का निलंबन वापस लिये जाने की मांग की.
इस पर जोशी ने कहा कि क्या विपक्ष के नेता इस बात की गारंटी देंगे कि फिर से सदन में तख्तियां नहीं दिखायी जायेंगी. दूसरी तरफ, प्रह्लाद जोशी ने कहा, ‘हम कहते आ रहे हैं कि सरकार महंगाई पर चर्चा के लिए तैयार है और आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड से उबरने के बाद कामकाज फिर से संभाल लिया है. विपक्ष चाहे, तो आज ही हम चर्चा के लिए तैयार हैं.’