प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर में पिछले कुछ से जारी हिंसा का जिक्र लाल किले से किया. उन्होंने कहा कि वहां मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ है. उन्होंने मणिपुर के लोगों से शांति की अपील करते हुए कहा कि पूरा देश मणिपुर के साथ है और शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा. पीएम मोदी के इस बयान के बाद कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आयी है.
पीएम मोदी द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में मणिपुर में शांति की अपील पर मणिपुर के कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा कि यदि मणिपुर में शांति लौट आई है तो प्रधानमंत्री को लाल किले से संबोधित करने के बजाय मणिपुर जाना चाहिए और वहां से बोलना चाहिए. राहुल गांधी ने संसद में कहा कि ये काम दो दिन में हो सकता है. लेकिन मणिपुर में हिंसा को करीब साढ़े तीन महीने हो गये हैं. पीएम मोदी चाहते तो वहां शांति सात दिन में आ सकती थी. घटना को बढ़ने क्यों दिया गया ?
क्यों देश को गुमराह कर रहे हैं पीएम मोदी
आगे कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि आज भी मणिपुर में शांति नहीं लौटी है. यदि पीएम मोदी कह रहे हैं कि वहां शांति लौट गयी है तो वह वहां जाएं. प्रधानमंत्री को लाल किले से संबोधित करने के बजाय मणिपुर जाना चाहिए. वह राजधानी इंफाल में खड़े होकर भाषण दें. वह वहां जाएंगे तब तो समझ में आएगा कि देश के प्रधानमंत्री आए हैं तो शांति स्थापित हुई है. किस तरह की बातें कर रहे हैं. क्यों देश को गुमराह कर रहे हैं.
#WATCH अगर मणिपुर में शांति लौट आई है तो प्रधानमंत्री को लाल किले से संबोधित करने के बजाय मणिपुर जाना चाहिए और वहां से बोलना चाहिए: पीएम मोदी द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में मणिपुर में शांति की अपील पर मणिपुर के कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास pic.twitter.com/D6IDqdAI9S
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 15, 2023
क्या कहा पीएम मोदी ने
लाल किले की प्राचीर से 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर में और हिंदुस्तान के भी कुछ अन्य भागों में… लेकिन विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला… कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा. मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से वहां से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं.
आगे पीएम मोदी ने कहा कि पूरा देश मणिपुर के लोगों के साथ है. मणिपुर के लोगों ने पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाए रखी है, उस शांति के पर्व को बनाएं रखें. प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति से ही समाधान का रास्ता निकलेगा. राज्य व केंद्र की सरकारें मिलकर वहां समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी.
भाषा इनपुट के साथ