नयी दिल्ली : कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर से नये अध्यक्ष की तलाश तेज हो गयी है. ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी का कार्यकाल 10 अगस्त को पूरा हो गया. राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था. नये अध्यक्ष पद के लिए इस बार भी राहुल गांधी का ही नाम सबसे आगे चल रहा है. पार्टी के अधिकांश नेताओं की राय है कि राहुल की अध्यक्ष बनें. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर बड़ा बयान दे दिया है.
थरूर ने कहा, राहुल गांधी अगर फिर से अध्यक्ष नहीं बनना चाहते हैं, तो फिर कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराया जाना ही सही होगा. उन्होंने पीटीआई के साथ बातचीत में कहा कि यदि राहुल गांधी फिर से नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं तो उन्हें अपना इस्तीफा वापस लेना होगा. वह दिसंबर 2022 तक सेवा देने के लिए चुने गए थे और उन्हें फिर से बागडोर थामनी होगी. उन्होंने कहा, लेकिन यदि वह (राहुल) ऐसा नहीं करते हैं तो हमें आगे बढ़ना होगा. मेरा यह निजी विचार है, जो आप जानते हैं कि मैं कुछ समय से इसकी हिमायत करता आ रहा हूं, यह कि कांग्रेस कार्य समिति और अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराए जाने से निश्चित रूप से पार्टी के हित में कई परिणाम आएंगे.
Also Read: Rajasthan Crisis : अब गहलोत खेमा ने फूंका बिगुल ! पायलट गुट के विधायकों को पद नहीं देने की रखी मांग
थरूर ने इसके अलावा कांग्रेस के लक्ष्यहीन और दिशाहीन होने के आरोप का भी जवाब दिया. हमें लोगों में बढ़ती और उपेक्षा करने वाली मीडिया द्वारा तूल दी जा रही यह धारणा भी खत्म करनी होगी कि कांग्रेस लक्ष्यहीन और दिशाहीन है तथा विश्वसनीय राष्ट्रीय विपक्ष की भूमिका निभा पाने में अक्षम है.
पार्टी के लक्ष्यहीन और दिशाहीन होने की लोगों में बढ़ती धारणा को खत्म करने के लिए इसे एक पूर्णकालिक अध्यक्ष ढूंढ़ने की प्रक्रिया अवश्य ही तेज करनी चाहिए. थरूर ने यह भी कहा कि उन्हें निश्चित रूप से ऐसा लगता है कि पार्टी का एक बार फिर से नेतृत्व करने के लिए राहुल गांधी के पास साहस, क्षमता और योग्यता है, लेकिन यदि वह ऐसा नहीं करना चाहते हैं तो पार्टी को एक नया अध्यक्ष चुनने की दिशा में अवश्य ही आगे बढ़ना चाहिए.
थरूर ने कहा, मेरा निश्चित तौर पर मानना है कि हमें अपने नेतृत्व के आगे बढ़ने के बारे में स्पष्ट होना चाहिए. मैंने पिछले साल अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया जी की नियुक्ति का स्वागत किया था, लेकिन मेरा मानना है कि उनसे अनश्चितकाल तक इस जिम्मेदारी को उठाने की उम्मीद करना उचित नहीं होगा.
Posted By – Arbind Kumar Mishra