भारत ने कोरोना वायरस (COVID-19) का पता लगाने वाले परीक्षण किट को बना लिया है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) दिल्ली के शोधकर्ताओं ने यह शोध किया है. इसमें ज्यादा अहम बात ये है कि इस जांच की कीमत बहुत कम होगी.
आइआइटी के निदेशक वी. रामगोपाल राव ने अपने ट्वीट में कहा है कि कुसुमा स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआइवी) पुणे के नमूनों पर इस किट का परीक्षण करने वाले शोधकर्ता टीम बधाई के पात्र हैं.
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने निर्देश देते हुए कहा था कि निजी प्रयोगशालाओं द्वारा कोरोना संक्रमण के परीक्षण के लिए शुल्क 4,500 रुपये से अधिक नहीं लिया जाएगा. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लेबारेट्रीज (एनएबीएल) मान्यता प्राप्त सभी निजी प्रयोगशालाओं को कोरोना के परीक्षण करने की अनुमति होगी.
शोधकर्ता टीम को नेतृत्व प्रोफेसर विवेकानंद पेरूमल ने कहा कि कोरोना से कहर से परेशान हमारे देशवासियों के यह किट बेहद लाभदायक साबित होने वाली है. इसकी हमें आवश्यकता थी.
गौरतलब है कि कोरोनावायरस (COVID-19) के बढ़ते खतरे को देखते हुए आज से बिहार-झारखंड सहित देश के 23 राज्यों में 82 जिले 31 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया गया है. इसके अलावा 31 मार्च तक देश में सभी यात्री रेलगाड़ियों को भी बंद रखने का फैसला लिया गया है. इस घातक वायरस की चपेट में आकर देश में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमितों की संख्या 387 हो गई है. सोमवार सुबह 6 बजे से लॉकडाउन के दौरान जहां तमाम चीजों पर पाबंदी होगी तो इसका असर दिल्ली बजट सत्र पर भी देखने को मिल रहा है.
इधर, दुनिया भर में कोरोना वायरस के वजह से हाहाकार मचा हुआ है. दुनिया में कोरोना वायरस ने 14000 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. वहीं इटली में कोरोना वायरस के कारण होने वाली मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इटली में रविवार को 651 नई मौतें दर्ज की गई है. इसके साथ ही इटली में मरने वालों की संख्या 5500 के करीब पहुंच चुकी है. अमेरिका में भी मौतों का आंकड़ा 300 पार कर गया है.
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