कोरोना संकट के दौर में हवाई यात्रा काे सुरक्षित बनाने के लिए आईआईटी गुवाहाटी के छात्रों ने तैयार किया फ्लाईजी ऐप
हवाई यात्रा के दौरान कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए आईआईटी गुवाहाटी के छात्रों ने फ्लाईजी नामक एक मोबाइल एप्लिकेशन तैयार किया है. अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) के दिशा-निर्देशों के अनुसार तैयार किये गये इस ऐप का उद्देश्य यात्रियों को सामान रखने की व्यवस्था, प्रबंधनीय पार्किंग, बेहतर खरीददारी अनुभव और यात्रा के दौरान आवश्यक जानकारी देते हुए संपर्क रहित बोर्डिंग की सुविधा उपलब्ध करना है.
हवाई यात्रा के दौरान कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए आईआईटी गुवाहाटी के छात्रों ने फ्लाईजी नामक एक मोबाइल एप्लिकेशन तैयार किया है. अंतरराष्ट्रीय हवाई परिवहन संघ (आईएटीए) के दिशा-निर्देशों के अनुसार तैयार किये गये इस ऐप का उद्देश्य यात्रियों को सामान रखने की व्यवस्था, प्रबंधनीय पार्किंग, बेहतर खरीददारी अनुभव और यात्रा के दौरान आवश्यक जानकारी देते हुए संपर्क रहित बोर्डिंग की सुविधा उपलब्ध करना है.
बुजुर्ग भी आसानी से कर सकते हैं ऐप का इस्तेमाल : आईआईटी गुवाहाटी के एक स्टार्टअप के अंतर्गत इस ऐप को बीटेक के तीन छात्रों दीपक मीना, हंसराज पटेल और अर्जित सिंह ने तैयार किया है. ऐप में स्मार्ट यूआई (उपयोगकर्ता इंटरफेस) असिस्टेंट भी है, जिसकी मदद से कोई बुजुर्ग भी इस ऐप काे आसानी से इस्तेमाल कर सकता है. इसके अलावा फ्लाईजी में रियल-टाइम फ्लाइट नोटिफिकेशन, यूनिवर्सल वेब चेक-इन पोर्टल, चेक-इन बैगेज स्टेटस और एयर पोर्ट का नक्शा जानने का विकल्प भी दिया गया है.
खरीददारी से लेकर खाने का ऑर्डर देने तक में सहायक है ऐप : संस्थान के अनुसार इस ऐप की मदद से यात्री हवाई अड्डे पर खरीददारी करने के साथ-साथ भुगतान भी कर सकते हैं. खरीदी गयी सामग्री के लिए यात्री टेक अवे या गेट डिलीवरी का विकल्प चुन सकते हैं. फ्लाईजी के जरिये मल्टी-करेंसी भुगतान किया जा सकता है. इतना ही नहीं, इस ऐप का प्रयोग कर यात्री फ्लाइट स्टेटस के अनुसार खाने का ऑर्डर दे सकते हैं. संस्थान का दावा है कि यह एप्लिकेशन यात्रियों को एयरपोर्ट के विभिन्न कार्याें की जानकारी देने में सहायक होगा, जिससे वे संक्रमण से सुरक्षित रहते हुए संपर्क रहित यात्रा कर सकेंगे.