HRD की रैंकिंग में आईआईटी मद्रास शीर्ष संस्थान, आईआईएससी बैंगलोर सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी

IIT Madras top institute in HRD ranking IISc Bangalore Best University : मानव संसाधन मंत्रालय की वार्षिक रैंकिंग आज जारी कर दी गयी. इस रैंकिंग में आईआईटी मद्रास, आईआईएससी बेंगलुरु और आईआईटी दिल्ली शीर्ष तीन में संस्थान में शामिल हैं.

By Agency | June 11, 2020 3:11 PM

नयी दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क की साल 2020 की रैकिंग में संपूर्ण संस्थान (ओवरआल) श्रेणी में आईआईटी मद्रास को प्रथम, भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू को द्वितीय और आईआईटी दिल्ली को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है.

विश्वविद्यालयों की श्रेणी में भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरू को प्रथम, जवाहर लाल विश्वविद्यालय, दिल्ली को द्वितीय और बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, बनारस को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने आनलाइन माध्यम से नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) की साल 2020 रैंकिंग की सूची जारी की .

Also Read: 72 के हुए लालू यादव, देखिए कैसे दिख रहे हैं आरजेडी सुप्रीमो? हर तरफ एक सवाल क्या बिहार चुनाव में दिखेंगे…

एनआईआरएफ रैंकिंग में इंजीनियरिंग संस्थानों की श्रेणी में आईआईटी मद्रास को प्रथम, आईआईटी दिल्ली को द्वितीय और आईआईटी बम्बई को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ . इसी प्रकार से प्रबंधन संस्थानों की श्रेणी में आईआईएम अहमदाबाद को प्रथम, आईआईएम बेंगलुरू को द्वितीय और आईआईएम कलकता को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ . एनआईआरएफ की कालेजों की श्रेणी में रैंकिंग में मिरांडा हाउस दिल्ली को प्रथम, लेडी श्रीराम कालेज दिल्ली को द्वितीय और हिन्दू कालेज नई दिल्ली को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है.

चिकित्सा संस्थानों की श्रेणी में एम्स दिल्ली को प्रथम, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ को द्वितीय और क्रिश्चन मेडिकल कालेज, वेल्लोर को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ . विधि संस्थानों की श्रेणी में पहला स्थान नेशनल लॉ कालेज बेंगलुरू को प्राप्त हुआ जबकि फार्मेसी संस्थानों की श्रेणी में जामिया हमदर्द दिल्ली को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ . इस अवसर पर मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि विभिन्न मानदंडों पर रैंकिंग से संस्थानों के मूल्यांकन से अनुसंधान को प्रोत्साहन मिलेगा और गुणवत्ता बेहतर होगी.

इससे संस्थानों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि शिक्षा अधिगम, परिणाम, संसाधन, शिक्षण स्तर आदि मानदंडों के आधार पर सभी चयनित संस्थानों, विश्वविद्यालयों, कॉलेजों एवं अन्य संस्थानों का मूल्यांकन एवं समीक्षा की गयी है और इससे देश में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी. उन्होंने कहा कि 45,000 कॉलेजों, 1000 विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों का मूल्यांकन होना चाहिए. इससे इनकी गुणवत्ता बढ़ेगी.

Posted By : Rajneesh Anand

Next Article

Exit mobile version