Illegal Immigrants: बेड़ियों से जकड़े अमेरिका से भारत पहुंचे अप्रवासी भारतीय, ऐसे सलूक पर उठ रहे सवाल

Illegal Immigrants: अमेरिका से वापस आए भारतीय लोगों को बेड़ियों से जकड़ कर लाया गया. बुधवार को 104 अप्रवासी भारतीय अमेरिका से भारत पहुंचे. अमेरिकी सरकार की ओर से ऐसे सलूक पर सवाल उठ रहे हैं. मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा है कि मामले को लेकर वो विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे.

By Pritish Sahay | February 5, 2025 10:31 PM
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Illegal Immigrants: अमेरिका से भारत डिपोर्ट किए गए भारतीयों को लेकर अमेरिकी सेना का विमान सी-17 बुधवार को अमृतसर के श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड किया. इस विमान में 104 भारतीय सवार थे. सभी के हाथों में हथकड़ी लगी थी. उन्हें जंजीरों से बांधकर भेजा गया था. अमेरिका का आरोप है कि ये सभी भारतीय नागरिक अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे थे, जिसे वापस इंडिया डिपोर्ट कर दिया गया है. इन सबके बीच सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इन यात्रियों को हथकड़ी और जंजीरों में बांधकर वापस भारत भेजा गया है.

बंदियों की तरह से लाए गए भारतीय!

यह पहला मौका है जब अमेरिका ने अप्रवासी नागरिकों को सेना के विमान से बेड़ियों से जकड़ कर वापस इंडिया भेजा है. 5 फरवरी को दोपहर 1 बजकर 55 मिनट पर अमेरिकी वायु सेना का सी-17 विमान 104 अप्रवासियों को लेकर अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा. 35 घंटे का सफर तय करने के बाद विमान इंडिया पहुंचा. बता दें, इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अवैध अप्रवासियों को एलियन और अपराधी करार दिया था. ट्रंप ने इन लोगों को अमेरिका पर हमला करने वाला बताया था. अपनी इसी सोच को कठोरता से लागू करते हुए ट्रंप ने सेना के विमान से अप्रवासी भारतीयों को कैदियों की तरह वापस इंडिया डिपोर्ट किया.

पहला जत्था को अमेरिका से वापस भारत भेजा गया

अमेरिका से निर्वासित 104 भारतीय लोगों में से 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा और गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से और दो चंडीगढ़ से हैं. जानकारी सामने आ रही है कि वापस आए लोगों में 12 बच्चे हैं जो 18 साल से कम उम्र के हैं. इसके अलावा निर्वासित लोगों में करीब 24 महिलाएं भी शामिल हैं. यह अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों का पहला दल है, जिन्हें अमेरिकी सरकार ने निर्वासित किया है.

अमेरिकी कदम का हो रहा विरोध

पंजाब के प्रवासी मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने मंगलवार को अमेरिकी सरकार के फैसले पर निराशा जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने उस देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया इसलिए इन्हें निर्वासित करने के बजाय स्थायी निवास प्रदान किया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि कई भारतीय वर्क परमिट पर अमेरिका में प्रवेश करते हैं, जो बाद में समाप्त हो जाता है, जिस कारण वे अवैध अप्रवासी बन जाते हैं. मंत्री ने कहा कि वह अमेरिका में रह रहे पंजाबियों की चिंताओं और हितों पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलने की योजना बना रहे हैं.

भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगाकर निर्वासित करना दुखद- कांग्रेस

कांग्रेस ने अमेरिका से अवैध प्रवासियों वापस भेजे जाने की खबरों को लेकर कहा है कि भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगाकर और अपमानित करके निर्वासित किया जाना दुखद है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “अमेरिका से भारतीयों को हथकड़ी लगाकर और अपमानित करके निर्वासित किए जाने की तस्वीरें देखकर, एक भारतीय होने के नाते मुझे दुख होता है. मुझे दिसंबर 2013 की वह घटना याद है जब भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को अमेरिका में हथकड़ी लगाई गई थी और स्ट्रिप सर्च किया गया था.”

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