बंगाल की खाड़ी में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने से ओडिशा में बुधवार को भारी बारिश हुई. प्रशासन बुरी तरह से प्रभावित इलाकों में हरकत में आ गया और 12 से ज्यादा जिलों में शिक्षण संस्थानों को अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की. इस बीच, मौसम विभाग ने सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, बारगढ़, बोलनगीर, सोनपुर, संबलपुर, देवगढ़, अंगुल, क्योंझर और बौध में भारी से बहुत भारी वर्षा (सात से 20 सेंटीमीटर) होने की चेतावनी जारी की है.
दिल्ली में आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने की संभावना है लेकिन उमस से लोग परेशान रहेंगे. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, अगले पांच से छह दिनों में रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना है और सप्ताह के अंत तक तेज बारिश होगी. जुलाई में औसत अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस था जो 2016 में 34.5 डिग्री सेल्सियस के बाद से सबसे कम है.
झारखंड के सभी जिलों में बुधवार को मॉनसून की सक्रियता का असर दिखा. राज्य के कोने-कोने में बारिश हुई. बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव का क्षेत्र डीप डिप्रेशन में तब्दील हो गया है. इस कारण राज्य के अधिकांश इलाकों में बारिश हो रही है. झारखंड में 4 अगस्त तक बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग की मानें, तो इस दौरान कहीं-कहीं गरज के साथ वज्रपात की भी आशंका है. इसे लेकर चेतावनी जारी की गयी है.
स्काइमेट वेदर के अनुसार मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तलहटी के करीब चल रहा है और पूर्वी छोर गोरखपुर, गया, देवघर से होकर गुजर रहा है, जो गंगीय पश्चिम बंगाल पर गहरे दबाव का केंद्र , और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्वी मध्य खाड़ी तक जाता है. अगले 24 घंटों के दौरान, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है.
स्काइमेट वेदर के अनुसार झारखंड, उत्तर प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. उत्तर पूर्व भारत, बिहार, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, विदर्भ, कोंकण और गोवा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों, जम्मू कश्मीर और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं.
स्काइमेट वेदर के अनुसार उत्तरी पंजाब, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल में हल्की बारिश की संभावना है.