कोरोना पॉजिटिव दंपती के छह माह के बच्चे को मिला डॉ मैरी अनिथा का सहारा, जानें पूरे एक माह तक कैसे की देखभाल

In corona pandemic a Doctor cares for baby for month after his parents test positive in Kerla : कोरोना महामारी के इस दौर में जब लोगों के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं, केरल की एक डॉक्टर ने कोरोना पॉजिटिव दंपती के छह माह के बच्चे की देखभाल एक माह तक करके आदर्श प्रस्तुत किया है. दंपती को जब यह पता चला कि वे कोरोना पॉजिटिव हैं तो उनके मन में अपने बच्चे को लेकर चिंता जागी कि कहीं उसे भी कोरोना का इंफेक्शन ना हो जाये, तब यह डॉक्टर सामने आयीं और उनकी मदद की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2020 1:16 PM

नयी दिल्ली : कोरोना महामारी के इस दौर में जब लोगों के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं, केरल की एक डॉक्टर ने कोरोना पॉजिटिव दंपती के छह माह के बच्चे की देखभाल एक माह तक करके आदर्श प्रस्तुत किया है. दंपती को जब यह पता चला कि वे कोरोना पॉजिटिव हैं तो उनके मन में अपने बच्चे को लेकर चिंता जागी कि कहीं उसे भी कोरोना का इंफेक्शन ना हो जाये, तब यह डॉक्टर सामने आयीं और उनकी मदद की.

डॉ मैरी अनिथा ने छह माह के एलविन को कल पूरे एक माह के बाद उसके माता-पिता के सपुर्द कर दिया. उसके माता-पिता अब स्वस्थ हैं. उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी और उन्होंने घर पर अपने कोरेंटिन होने की अवधि भी पूरी कर ली है.

एलविन के माता-पिता एर्नाकुलम जिले के हैं. उनके माता-पिता नर्स हैं और गुरूग्राम में काम करते थे. पिछले महीने उसके पिता कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे, जिसके बाद उसकी मां एलविन को लेकर केरल लौट गयी थीं.

कोच्चि लौटने के बाद एलविन की मां होम कोरेंटिन में थे उसी दौरान वह कोरोना पॉजिटिव पायी गयी. डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ऐसे लोगों की तलाश में थी जो एलविन की देखभाल कर दे, लेकिन संक्रमण के डर से कोई सामने नहीं आ रहा था. तभी डॉ मैरी से कमेटी ने संपर्क किया और वह तैयार हो गयी. डॉ मैरी अनिथा कोच्चि में दिव्यांग बच्चों के लिए संस्था चलाती हैं. वे एक मनोवैज्ञानिक हैं.

मैरी के खुद के तीन बच्चे हैं, उन्होंने अपने परिवार से सलाह किया और फिर उस बच्चे की देखभाल के लिए राजी हो गयी. डॉ मैरी 15 जून को एलविन के साथ अपने अपार्टमेंट के एक खाली फ्लैट में शिफ्ट हो गयी और एलविन की देखभाल में जुट गयीं. चूंकि एलविन लगातार अपनी मां के साथ रहा था, इसलिए संक्रमण की संभावना थी. मैरी के बच्चे उसके लिए फ्लैट के दरवाजे तक आते थे और खाना रखकर चले जाते थे. डॉ मैरी ने एलविन के माता-पिता से गुरूग्राम और कोच्चि से वीडियो कॉल के जरिये लगातार संपर्क किया.

एलविन की मां का कहना है कि डॉ मैरी उनके लिए भगवान के समान हैं. आज के दौर में कोई भी एक कोविड 19 के मरीज के बच्चे की देखभाल के लिए तैयार नहीं होगा. मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं साथ ही उनके परिवार का भी जिन्होंने उनके निर्णय का समर्थन किया.

Posted By : Rajneesh Anand

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