वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन इस मामले में है हवाई जहाज से भी बेहतर, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया खुलासा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सिकंदराबाद से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी विर्चुअली मौजूद रहें. भारत में यह आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस है. इस मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी अपना बयान दिया है.
8th Vande Bharat Express: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सिकंदराबाद से चलकर विशाखापत्तनम जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. इस इवेंट में नरेंद्र मोदी विर्चुअली मौजूद रहे. जानकारी के लिए बता दें यह देश की आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है. इस ट्रेन के उदघाटन के समय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव समेत कई और लोग भी मौजूद थे. जिस समय इस ट्रेन को रवाना किया गया, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व्यक्तिगत रूप से प्लैटफॉर्म नंबर 10 पर मौजूद थे और उन्होंने इस ट्रेन के बारे में कई ऐसी चीजें बताई जिसकी वजह से यह हवाई जहाज से भी बेहतर मानी जा सकती है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वंदे भारत एक्सप्रेस को बताया बेहतर
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उदघाटन के समय वयक्तिगत तौर पर वहीं पर मौजूद थे. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यह, डिजाइन के मामले में हवाई जहाज से भी बेहतर है और यात्रा के दौरान यह आरामदायक एक्सपीरियंस भी प्रदान करने की क्षमता रखती है. केवल यही नहीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के बारे में बताते हुए उन्होंने आगे कहा कि यह एक आधुनिक ट्रेन है और महज 52 सेकंड्स में 100 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की स्पीड पकड़ सकती है. जबकि, दुनिया में मौजूद अन्य ट्रेनों को 54 से लेकर 60 सेकंड तक का समय लग जाता है.
नरेंद्र मोदी का धन्यवाद
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि- “मकर संक्रांति के पवित्र अवसर पर, पीएम मोदी ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के सभी लोगों को वंदे भारत का उपहार दिया. इसके लिए धन्यवाद. आगे बताते हुए वैष्णव ने कहा कि रेलवे और देश का विकास राजनीती से काफी ऊपर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना को 3,500 करोड़ रुपये दे रहे हैं और हमें इस मौके का फायदा उठाना चाहिए और तेलंगाना में रेलवे को सर्वोत्तम तरीके से विकसित करना चाहिए. आगे बताते हुए वैष्णव ने बताया कि सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन को हमें विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित करना चाहिए.