Independence Day: लाल किले पर पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ तोप से दी गई सलामी, जानें इसकी खासियत
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराया. इस दौरान 21 तोपों की सलामी दी गई. हालांकि खास बात यह है कि जिन तोपो से सलामी दी गई, वो स्वदेशी है. डीआरडीओ की ओर से बनाया गया यह तोप हर मिनट 5 गोले दाग सकता है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आज लाल किले पर झंडा फहराया. इस दौरान लाल किले पर तिरंगे को सलामी देने के लिए पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ तोप का इस्तेमाल हुआ. डीआरडीओ की ओर से बनाया गया यह यह तोप हर मिनट 5 गोले दाग सकता है. इसका रेंज 48 किलोमीटर है. और ये माइनस 30 से लेकर 75 डिग्री तापमान तक एक दम सटीक फायर कर सकता है. इस तोप को डीआरडीओ की पुणे लैब ने महिंद्रा डिफेंस नेवल सिस्टम, टाटा पॉवर स्ट्रैटेजिक, भारत फोर्ज लिमिटेड और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड के साथ मिलकर बनाया है. पीएम मोदी ने कहा, ”आजादी के 75 साल के बाद जिस आवाज को सुनने के लिए हमारे कान तरस रहे थे. आज 75 साल के बाद वो आवाज सुनाई दी है. 75 साल के बाद लाल किले पर तिरंगे को सलामी देने का काम पहली बार ‘मेड इन इंडिया’ तोप ने किया है
PM Narendra Modi hoisted the flag at the Red Fort on the occasion of 75th Independence Day today. During this, the ‘Made in India’ cannon was used for the first time to salute the tricolor at the Red Fort. This gun made by DRDO can fire 5 shells every minute. Its range is 48 km. And it can fire accurately from minus 30 to 75 degree temperature. This gun has been made by DRDO’s Pune Lab in association with Mahindra Defense Naval System, Tata Power Strategic, Bharat Forge Limited and Ordnance Factory Board. PM Modi said, “After 75 years of independence, our ears were yearning to hear the voice. Today after 75 years that voice has been heard. After 75 years, ‘Made in India’ cannon has done the work of saluting the tricolor at the Red Fort.