आज देश आजादी के 75 साल का जश्न मना रहा है. आप राष्ट्रगान कहीं भी सुनते हैं तो सम्मान के साथ खड़े हो जाते हैं लेकिन राष्ट्रगान से जुड़ी ऐसी कई अहम बातें हैं जिसकी जानकारी आपको होनी चाहिए. पढ़िये राष्ट्रगान से जुड़ी कई अहम बातें और फैक्ट्स.
राष्ट्रगान में 5 पद हैं. रवींद्रनाथ टैगोर ने राष्ट्रगान को लिखा और गाया भी इसे आंध्र प्रदेश के एक छोटे से जिले मदनपिल्लै में गाया गया था. इसे इसके अंदर छुपे अर्थ की वजह से राष्ट्रगान का दर्जा दिया गया.
इसमें देश के अलग- अलग रियासतों का जिक्र है, उनकी खुबियां हैं. राष्ट्रगान को पूरा गाने में 52 सेकेंड का वक्त लगता है जबकि इसके संस्करण को चलाने की मुद्दत लगभग 20 सेकंड है. संविधान सभा ने जन गण मन को भारत के राष्ट्रगान के रूप में 24 जनवरी 1950 को अपनाया. हालांकि इसे साल 1905 में बंगाली में लिखा गया था.
राष्ट्रगान को पहली बार विश्व पटल पर 11 सितंबर, 1942 को जर्मनी के हैंबर्ग में विमोचन किया गया हालांकि यहां इसे गाया नहीं गया था. 28 फरवरी 1919 को रविंद्रनाथ टैगोर ने राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ का अंग्रेजी में अनुवाद किया था उस वक्त इसे मॉर्निंग सॉन्ग ऑफ इंडिया के नाम से रखा गया. राष्ट्रगान को महज 52 सेकेंड के भीतर गाना चाहिए और संक्षिप्त संस्करण को 20 सेकंड के भीतर.