‘इंडिया गठबंधन का ब्रेन डेड’, सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कसा तंज

संसद के प्रत्येक सत्र से पहले बैठक बुलाने की एक प्रथा है. इस बैठक में विभिन्न दलों के नेता उन मुद्दों को उजागर करते हैं. इसी के तहत मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी जिसमें विपक्षी दल के नेता भी पहुंचे थे.

By Amitabh Kumar | January 30, 2024 2:08 PM

संसद के बजट सत्र से पहले सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. इस बैठक में मंगलवार को विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह बहुत सौहार्दपूर्ण बैठक थी. सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. विपक्ष पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि इंडिया गठबंधन केवल फोटो शूट है. यह अस्वभाविक है और जो अस्वभाविक होता है उसकी मृत्यु जल्दी ही हो जाती है. आगे जोशी ने कहा कि गठबंधन की मौत तो करीब हो ही गई है. ये ब्रेन डेड है अभी..झगड़ा तो करना है जो कांग्रेस का स्वभाव है. गठबंधन वाले झगड़ा अपने आप करेंगे. ऐसा प्रतीत हो रहा है.

कौन-कौन पहुंचे बैठक में

आपको बता दें कि रक्षा मंत्री और लोकसभा में उपनेता राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सर्वदलीय बैठक में सरकार का प्रतिनिधित्व किया. संसद भवन परिसर में बैठक हुई जिसमें कांग्रेस के नेता के सुरेश, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता टी आर बालू, शिवसेना के राहुल शेवाले, समाजवादी पार्टी के नेता एस टी हसन, जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) के नेता राम नाथ ठाकुर और तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के जयदेव गल्ला पहुंचे.

सर्वदलीय बैठक के बाद क्या बोली कांग्रेस

पार्टी सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस ने सर्वदलीय बैठक में असम में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली यात्रा पर हिंसक हमले और राज्य सरकार के प्रतिबंधों का मुद्दा उठाया. सर्वदलीय बैठक में, कांग्रेस ने हेमंत सोरेन, लालू प्रसाद जैसे विपक्षी नेताओं को ‘‘निशाना बनाने के लिए सीबीआई, ईडी के दुरुपयोग’’ पर प्रकाश डाला है.

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सर्वदलीय बैठक क्यों बुलाई जाती है जानें

यहां चर्चा कर दें कि संसद के प्रत्येक सत्र से पहले बैठक बुलाने की एक प्रथा है. इस बैठक में विभिन्न दलों के नेता उन मुद्दों को उजागर करते हैं जिन्हें वे संसद में उठाना चाहते हैं, साथ ही सरकार उन्हें अपने एजेंडे की एक झलक प्रदान करती है और उनका सहयोग मांगती है. इस बार 31 जनवरी से नौ फरवरी के बीच संसद सत्र चलेगा. इसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा चुनाव से पहले अंतरिम बजट पेश करेंगी. पूर्ण बजट नयी सरकार पेश करेगी. सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के साथ शुरू होगा.

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