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कनाडा विवाद के बीच अमेरिका-भारत के विदेश मंत्रियों की मुलाकात, क्या ट्रूडो पर भी हुई बात?

एक खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या पर भारत और कनाडा के बीच जारी कूटनीतिक तना-तनी के बीच गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यहां अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की तथा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की.

By Aditya kumar | September 29, 2023 7:12 AM
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India-America Meeting : एक खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या पर भारत और कनाडा के बीच जारी कूटनीतिक तना-तनी के बीच गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यहां अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की तथा द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तौर -तरीकों पर चर्चा की. विदेश विभाग में इस भेंटवार्ता से पहले एंटनी ब्लिंकन के साथ मीडिया के सामने जयशंकर ने कहा, ‘‘यहां आकर अच्छा लगा. .. जी20 सम्मेलन के लिए सभी तरह की सहयोग के लिए अमेरिका को धन्यवाद.’’

एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि जी20 और न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र समेत पिछले कुछ सप्ताह में विभिन्न मौकों पर उनकी अच्छी चर्चा रही है. उन्होंने कहा कि वह अपने भारतीय समकक्ष के साथ चर्चा को लेकर आशान्वित हैं. वैसे दोनों नेताओं ने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया. वैसे तो दोनों पक्षों के अधिकारी इस भेंटवार्ता के एजेंडा को लेकर चुप्पी साधे रहे लेकिन अमेरिका के दो दोस्तों के बीच हाल का कूटनीतिक संकट इस चर्चा में प्रमुखता से छाये रहने की संभावना है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैं इस बारे में कोई पूर्वानुमान नहीं व्यक्त करना चाहता कि वह (ब्लिंकन) बैठक में (जयशंकर के साथ) क्या बातचीत करेंगे, लेकिन जैसा कि हमने स्पष्ट किया है, हमने इसे उठाया है, हमने उन्हें कनाडा की जांच में सहयोग करने को कहा है और हम उन्हें इसके लिए प्रोत्साहित करना जारी रखेंगे.’’

दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक की यह योजना कनाडा संकट से काफी पहले तैयार हो गई थी. अमेरिका इस साल की शुरुआत में ब्रिटिश कोलंबिया में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा की जांच में भारत से सहयोग करने की अपील कर रहा है. कनाडा ने भारत पर ब्रिटिश कोलंबिया में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है. भारत ने आरोपों को ‘‘निराधार’’ बताया है और कहा है कि कनाडा आतंकवादियों के लिए पनाहगाह बन गया है.

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