Hardeep Nijjar killing row: डेरा सच्चा सौदा पर हमले की फिराक में था निज्जर, पाकिस्तान में ली थी ट्रेनिंग

हरदीप सिंह निज्जर ने पाकिस्तान में जगतार सिंह से IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग ली थी. मालूम हो भारत सरकार ने 2020 में निज्जर को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया था. साथ ही भारत ने 2018 में निज्जर को लेकर कनाडा को डोजियर सौंपा था.

By ArbindKumar Mishra | September 23, 2023 11:35 AM
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सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले को लेकर भारत और कनाडा के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इधर सूत्रों के हवाले से खबर है कि निज्जर डेरा सच्चा सौदा पर हमला करने की तैयारी में था. यही नहीं वह भारत में लोगों पर भी हमले करने की तैयारी में था.

हरदीप सिंह निज्जर ने पाकिस्तान में ली थी IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग

सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि हरदीप सिंह निज्जर ने पाकिस्तान में जगतार सिंह से IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग ली थी. मालूम हो भारत सरकार ने 2020 में निज्जर को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया था. साथ ही भारत ने 2018 में निज्जर को लेकर कनाडा को डोजियर सौंपा था.

आपराधिक घटनाओं में निज्जर की संलिप्तता की जानकारी होने पर भी कनाडा ने कार्रवाई नहीं की

सूत्रों के हवाले से ये भी खबर है कि खालिस्तानी अलगावादी नेता हरदीप सिंह निज्जर फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके उत्तरी अमेरिकी देश पहुंचा और कनाडा ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जबकि उसे यह बताया गया था कि वह हत्या और अन्य आतंकवादी मामलों समेत 12 से अधिक आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है.

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निज्जर ने ऐसी हासिल की थी कनाडाई नागरिकता

सूत्रों ने बताया कि निज्जर यह दावा करते हुए कनाडा में शरण के लिए आवेदन किया था कि उसे भारत में डर है क्योंकि वह एक विशेष सामाजिक समूह से हैं. निज्जर के इस आवेदन को हालांकि अस्वीकार कर दिया गया था. उसका दावा खारिज होने के ग्यारह दिन बाद, उसने एक महिला के साथ विवाह किया, जिसने उसके अप्रवासन में मदद की थी. इस आवेदन को कनाडा में आव्रजन अधिकारियों ने भी खारिज कर दिया था. निज्जर ने इसके खिलाफ कनाडा की अदालतों में अपील की, हालांकि वह खुद को कनाडा का नागरिक होने का दावा करता रहा. बाद में उसे कनाडाई नागरिकता प्रदान की गई, जिसकी परिस्थितियां स्पष्ट नहीं हैं.

निज्जर के खिलाफ 2014 में इंटरपोल ने जारी किया था रेड कॉर्नर नोटिस

नवंबर 2014 में उसके खिलाफ ‘इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस’ (आरसीएन) जारी किया गया था. सूत्रों ने बताया कि निज्जर के खिलाफ भारत में हत्या और अन्य आतंकवादी गतिविधियों के 12 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे. सूत्रों ने बताया कि मामलों का विवरण कनाडाई अधिकारियों के साथ साझा किया गया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. सूत्रों ने ये भी बताया कि इसके अलावा, आरसीएन के बावजूद कनाडाई अधिकारियों ने उसे उड़ान निषिद्ध सूची में डालने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की.

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भारत और कनाडा के बीव विवाद की क्या है वजह, ट्रूडो ने भारत को लेकर क्या दिया बयान

भारत और कनाडा के बीच निज्जर की हत्या को लेकर कूटनीतिक विवाद हो गया. जून में निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की ‘संभावित’ संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद यह विवाद उत्पन्न हुआ. सूत्रों ने बताया कि निज्जर की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के एक गुरुद्वारे की पार्किंग में अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी. वह 1997 में रवि शर्मा के नाम से फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके कनाडा गया था.

भारत ने ट्रूडो के सारे आरोपों को किया खारिज

भारत ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान को खारिज कर दिया और आरोपों को ‘बेतुका’ और ‘प्रेरित’ बताया. भारत ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित किए जाने के बदले में कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया था. इसके अलावा कनाडाई नागरिकों की भारत में एंट्री बंद कर दी गयी.

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