Prabhat Khabar Special: भारत-फ्रांस संबंध नयी ऊंचाई की ओर

भारत-फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी दिनों-दिन मजबूत होती जा रही है. प्रधानमंत्री मोदी की हालिया फ्रांस यात्रा से इस बात के सबूत मिलते हैं कि दोनों देश अनेक मुद्दों पर एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने को इच्छुक हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 18, 2023 10:27 AM
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आरती श्रीवास्तव:

भारत और फ्रांस की दोस्ती बहुत पुरानी है. फ्रांस दशकों से यूरोप में भारत के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक रहा है. वह एकमात्र ऐसा देश था जो 1998 के परमाणु परीक्षणों के बाद भी भारत के साथ खड़ा रहा था. बाकी देशों से उलट उसने भारत पर किसी तरह का कोई भी प्रतिबंध नहीं लगाया था. बल्कि कहा था कि एशिया में यदि कोई देश हमारा साझीदार है, तो वह भारत है. फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति जैक शिराक ने सार्वजनिक रूप से भारत के परमाणु परीक्षण का समर्थन किया था और अमेरिका के परमाणु प्रतिबंधों की अवहेलना कर दी थी.

भारत के परमाणु परीक्षण से नाराज अमेरिका ने मानवीय सहायता को छोड़ भारत को दी जाने वाली सभी तरह की सहायता पर तब रोक लगा दी थी. इस प्रकार, 1998 में दोनों देशों ने एक रणनीतिक साझेदारी में प्रवेश किया, जो दिनों-दिन घनिष्ठ होता गया और दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध प्रगाढ़ होते चले गये.

रक्षा और सुरक्षा सहयोग, अंतरिक्ष सहयोग और असैनिक परमाणु सहयोग के क्षेत्र दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी के प्रमुख स्तंभ हैं. इतना ही नहीं, भारत और फ्रांस के बीच मजबूत आर्थिक साझेदारी भी है. इसके अतिरिक्त, दोनों देश हिंद प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद का मुकाबला, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण, नवीकरणीय ऊर्जा और सतत वृद्धि व विकास, साइबर स्पेस और डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी एक-दूसरे का सहयोग करने के लिए आगे आ रहे हैं.

द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने की जरूरत

आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध भारत और फ्रांस के बीच की एक महत्वपूर्ण कड़ी रही है. दोनों देशों के बीच, विशेष रूप से आईटी कॉरिडोर, स्मार्ट सिटी, रेलवे, पूंजी और व्यापार आदान-प्रदान, कौशल विकास आदि से जुड़े क्षेत्रों में महत्वपूर्ण द्विपक्षीय निवेश और व्यापार तथा वाणिज्यिक सहयोग हुए हैं. पर हमारा द्विपक्षीय व्यापार अभी भी क्षमता से काफी नीचे है.

– 7.86 बिलियन डॉलर रहा, अप्रैल 2020 से मार्च 2021 की अवधि में भारत-फ्रांस द्विपक्षीय व्यापार.

– 5.6 बिलियन डॉलर रहा भारत द्वारा फ्रांस को किया गया निर्यात इसी अवधि में, 22.9 प्रतिशत की गिरावट के साथ.

– 5.1 बिलियन डॉलर रहा फ्रांस से भारत को किया गया निर्यात समान अवधि में, 20.95 प्रतिशत की कमी के साथ.

– 1.41 प्रतिशत ही है फ्रांस के साथ भारत का व्यापार, भारत के कुल अंतरराष्ट्रीय व्यापार का

वस्तुओं का व्यापार 13 अरब डॉलर के पार

दोनों देशों के बीच वस्तुओं (गुड्स) के द्विपक्षीय व्यापार की यदि बात करें, तो बीते पांच वर्षों में (वित्त वर्ष 2021-22 की समाप्ति तक) यह 11 से 12 अरब डॉलर के बीच बना रहा है. हालांकि वित्त वर्ष 2022-23 के पहले 11 महीनों में दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 13 अरब डॉलर को पार कर गया, जिसमें अप्रैल से फरवरी, 2023 के बीच भारत का फ्रांस को निर्यात सात अरब डॉलर से ऊपर चला गया. जबकि फ्रांस से भारत का आयात जो 2017-18 में 6.5 अरब डॉलर था वह 2021-22 में घटकर 5.78 अरब डॉलर पर आ गया. इस प्रकार, फ्रांस से आयात घटने से व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में आ गया.

वर्ष भारत का फ्रांस फ्रांस का भारत कुल व्यापार

वर्ष भारत का फ्रांस को निर्यात फ्रांस का भारत को निर्यात कुल व्यापार

2017-18 4.9 6.52 11.42

2018-19 5.23 6.67 11.9

2019-20 5.1 6.17 11.27

2020-21 4.782 4.34 9.13

2021-22 6.64 5.78 12.423

सेवा क्षेत्र में आयात-निर्यात का आंकड़ा

फ्रांस के केंद्रीय बैंक द्वारा उपलब्ध कराये गये वार्षिक आंकड़ों की मानें, तो भारत द्वारा फ्रांस को किये जाने वाले सेवाओं के निर्यात में जनवरी से दिसंबर 2021 की अवधि में बीते वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.84 प्रतिशत की कमी दर्ज हुई है. जनवरी से दिसंबर 2020 में जहां सेवाओं के निर्यात का मूल्य 2.51 अरब यूरो था वह जनवरी से दिसंबर 2021 में कम होकर 2.37 अरब यूरो पर आ गया. जबकि फ्रांस से आयात किये जाने वाले सेवाओं में 2020 की तुलना में 2021 में 73.81 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है. इस प्रकार 2020 में जहां भारत ने 2.24 अरब यूरो मूल्य की सेवाओं का आयात किया था, वह 2021 में बढ़कर 3.90 अरब यूरो पर पहुंच गया.

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