जासूसी के आरोप में भारत से पाकिस्तान (Pakistan) के दो अधिकारियों को देश से निकाल दिया है. भारत के इस कदम के बाद इस्लामाबाद (Islamabad) में भारतीय राजदूतों (Indian Diplomat) के साथ-साथ वहा रह रहे अन्य भारतीय अधिकारियों के लिए स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है. तनाव की स्थिति को देखते हुए भारत पाकिस्तान में मौजूद अपने अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर कोशिश कर रहा है. साथ ही यह सुनिश्चित कर रहा है कि इन अधिकारियो को पाकिस्तान में किसी प्रकार की कोई परेशानी पाकिस्तान मेें नहीं हो. इस लेकर भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वो भारत के अधिकारियों का ध्यान रखे. पर इसके बीच यह भी खबर आ रही है कि पाकिस्तान में भारत के दो कर्मचारी घर से दफ्तर जाने के लिए निकले लेकिन दफ्तर नहीं पहुंच पाये हैं. दोनो कर्मचारी सीआईएसएफ के बताये जा रहे हैं.
बता दे कि पाकिस्तानी अधिकारियों को जासूसी के आरोप में भारत से निकाले जाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है और लगातार इस कोशिश में लगा है कि किसी भी प्रकार से भारतीय अधिकारियों के खिलाफ कोई मामला बनाया जाये. वहां हालात ऐसे बन गये हैं कि भारतीय अधिकारियों के लिए सामान्य तौर पर काम-काज करना मुश्किल हो गया है. भारतीय अधिकारियों 24 घंटे नजर रखी जा रही है. साथ ही उनका पीछा भी किया जा रहा है. पाकिस्तान में भारतीय अधिकारियों के मुश्किल हालात को देखते हुए भारत ने पाकिस्तान से बात की है और दोनों देशों के बीच हुए समझौते को याद दिला रही है.
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भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार से कहा है कि इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय अधिकारियों की परेशानी बताते हुए कहा कि वहां पर अधिकारियों के साथ जो व्यवहार हो रहा है वो विएना कन्वेशन ऑन डिप्लोमैटिक रिलेशन (Vienna Convention on Diplomatic Relations) के खिलाफ है. दोनों ही देशों ने अपने -अपने राजयनिकों की एक दूसरे देशों में सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए 1961 और 1992 समझौते पर हस्ताक्षर किये थे. ताकि दोनों देशों में रह रहे राजदूतों को दोनों ही देशों में किसी भी प्रकार की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े. भारत ने साफ किया है विएना कन्वेन्शन के मुताबिक भारतीय हाई कमीशन के अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और उन्हें काम करने दिया जाए.
Posted By: Pawan Singh