रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को दी चेतावनी, कहा- हर आपात स्थिति से निपटने में सक्षम है भारत की सेना

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना से चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर कड़ी निगरानी रखने को कहा है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना किसी भी आपात स्थिति से निपटने में सक्षम है.

By Samir Kumar | April 19, 2023 8:01 PM
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India China Border Clash: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को भारतीय सेना से चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर कड़ी निगरानी रखने को कहा है. दरअसल, पीएलए सैनिकों की तैनाती के मद्देनजर उत्तरी क्षेत्र में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना किसी भी आपात स्थिति से निपटने में सक्षम है.

उत्तरी क्षेत्र में पीएलए सैनिकों की तैनाती के कारण स्थिति तनावपूर्ण

मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि सेना कमांडरों के सम्मेलन में अपने संबोधन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बिना किसी विशेष संदर्भ के सशस्त्र बलों से दुनिया भर में भू-राजनीतिक परिवर्तनों पर ध्यान देने एवं तदनुसार अपनी योजना और रणनीतियों को ढालने का आह्वान किया. सूत्रों की मानें तो उत्तरी क्षेत्र में पीएलए सैनिकों की तैनाती के कारण स्थिति तनावपूर्ण है. हमारे सशस्त्र बलों, विशेष रूप से भारतीय सेना को एलएसी की सुरक्षा बनाए रखने के लिए लगातार अपनी सतर्कता रखनी होगी. राजनाथ सिंह की टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में तीन साल से चल रहे सीमा विवाद की पृष्ठभूमि में आई है.

देश की सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता: राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की सुरक्षा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है. सरकार की पूरी कोशिश है कि सीमा पर तैनात हर जवान को बेहतरीन हथियार और सुविधाएं मुहैया कराई जाए. बता दें कि सेना कमांडरों का पांच दिवसीय सम्मेलन सोमवार से शुरू हुआ. इसमें चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाओं पर भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों और बल की युद्धक क्षमता को बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है. वहीं, जम्मू-कश्मीर का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह शांति और स्थिरता देख रहा है. केंद्र शासित प्रदेश में आतंकवादी गतिविधियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट आई है.

रक्षा तैयारियों का आकलन करना जरूरी

राजनाथ सिंह ने साथ ही कहा कि कई अनिश्चितताओं के कारण भविष्य के युद्ध अत्यधिक अप्रत्याशित होंगे. उन्होंने कमांडरों से कहा कि आज के बदलते दौर में खतरों और हथियारों का दायरा काफी व्यापक हो गया है. इसके अनुसार, अपनी रक्षा तैयारियों का आकलन करने की जरूरत है.

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