चीन के साथ तनाव पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- देश का मस्तक झुकेगा नहीं, हमारे पास सक्षम नेतृत्व
चीन (china) के साथ लद्दाख सीमा पर तनाव के बीच देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (rajnath singh) का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि उम्मीद है चीन के साथ मसला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा.
चीन के साथ लद्दाख सीमा पर तनाव के बीच देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि उम्मीद है चीन के साथ मसला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा. दोनों देशों के बीच सेना और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत चल रही है. निजी न्यूज चैनल आजतक के एक कार्यक्रम में बातचीत के दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि देश के पास आज सक्षम नेतृत्व मौजूद है और हम देश का मस्तक झुकने नहीं देंगे.
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि देश की जनता को अपने नेतृत्व करने वाले पर पूरा भरोसा हैं. चीन के साथ मसले का हल बातचीत से निकलेगा, दोनों देश तनाव को बढावा नहीं देना चाहते हैं. मैं देश की जनता को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि किसी भी कीमत पर भारत के स्वाभिमान पर चोट नहीं पहुंचने दूंगा. उन्होंने कहा कि भारत की नीति पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध की रही है, ये इतिहास में दर्ज है.
Also Read: मोदी सरकार 2.0 का एक वर्ष पूरा होने पर विशेष : आत्मविश्वास से जगमगाता आत्मनिर्भर भारत
बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह ने अमेरिका से मिले मध्यस्थता के प्रस्ताव पर भी बात की. उन्होंने कहा कि अमेरिका के रक्षा मंत्री से हमारी बातचीत हो चुकी है. हमने कह दिया है कि चीन के साथ मसले को हम द्विपक्षीय लेवल पर हल कर लेंगे.
विशेषज्ञों ने कही ये बात: भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा विवाद के समाधान के लिये एक मजबूत तंत्र है और किसी तीसरे पक्ष के लिये इसमें दखल की कोई गुंजाइश नहीं है. रणनीति मामलों के विशेषज्ञों ने इस मुद्दे पर मध्यस्थता की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पेशकश की आलोचना करते हुए यह बात कही है. अमेरिका में भारत की पूर्व राजदूत रहीं मीरा शंकर ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने जो बात कही, वह एक अनचाही पेशकश है. शंकर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत के दौरान पिछले दिनों कहा कि संभवत: राष्ट्रपति ट्रंप की यह पेशकश, अपनी एक “महान समझौताकार की छवि” बनाने का प्रयास हो, क्योंकि वह अक्सर बड़ी समस्याओं के समाधान के लिये समझौतों में शामिल होने का प्रयास करते हैं.
ट्रंप का ट्वीट: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले दिनों ट्वीट किया- हमने भारत और चीन दोनों को सूचित किया है कि अमेरिका उनके इस समय जोर पकड़ रहे सीमा विवाद में मध्यस्थता करने के लिए तैयार, इच्छुक और सक्षम है…. धन्यवाद…. ट्रंप का यह अनपेक्षित प्रस्ताव ऐसे दिन आया है जब चीन ने एक तरह से सुलह वाले अंदाज में कहा था कि भारत के साथ सीमा पर हालात कुल मिलाकर स्थिर और काबू पाने लायक हैं.
Posted by: Amitabh Kumar