भारत चीन सीमा विवाद: चीन की बेशर्मी, बदल रहे हैं चीन के सुर
चीन ने बारत को धमकी दी है कि भारत वर्तमान स्थिति को गलत न समझे या अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता को सुरक्षित रखने की इच्छाशक्ति को कम न आंके.
चीन के गलवान घाटी में 16 जून को भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए जिसमें एक कमाडिंग ऑफिसर भी शामिल है. जवाब में भारत ने भी उस पर हमला किया था जिसमें उनके भी कई सैनिक मारे गए थे. हालांकि उनके कितने सैनिक मारे गए थे इस बात की जानकारी दोनों तरफ के पक्षों में से किसी ने नहीं दी.
लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके 43 जवान मारे गए थे. हालांकि उन्होंने ऐसा क्यों किया इस बात जानकारी किसी को नहीं है लेकिन अभी चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा है कि भारतीय अग्रिम पंक्ति के सैनिकों ने सर्वसम्मति को तोड़ा और नियंत्रण रेखा को पार किया, उन्होंने जान बूझ कर चीन अधिकारियों ने भड़काया और हमला किया.
उन्होंने भयंकर शारीरिक संघर्षों को जन्म दिया जिसमें कई लोग हताहत हुए. उन्होंने यह भी कहा कि भारत वर्तमान स्थिति को गलत न समझे या अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता को सुरक्षित रखने की इच्छाशक्ति को कम न आंके. बता दें कि इससे पहले चीन ने कहा था कि वह आगे नहीं चाहता कि भारत के साथ उनकी झड़प हो. हम भारत को बिना किसी मतभेद से इस मामले को बातचीत के जरिये सुलझाना चाहते हैं. हालांकि दोनों देशों के बीच अब तक बातचीत का मामला बेनतीजा निकला है.
चीन ने ये भी दावा किया था कि गलवान घाटी इलाका ‘हमेशा से ही’ उसका रहा है लेकिन वह ‘और ज्यादा हिंसा’ नहीं चाहता है. चीनी प्रवक्ता ने चीन के 43 सैनिकों के हताहत होने की खबर पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, ‘सीमा पर सैनिक इन मामलों को देख रहे हैं. मुझे अभी इस बारे में कुछ नहीं कहना है. सीमा पर स्थिति स्थिर और नियंत्रण योग्य है. ‘