India China Border Dispute: एनएसए डोभाल बोले, सीमा पर चीन के किसी भी उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगा भारत
India China Border Dispute: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर जारी वार्ता के बीच अजीत डोभाल ने कड़े लहजे में कहा कि भारत चीन द्वारा किसी भी अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगा.
India China Border Dispute: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर जारी वार्ता के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भारतीय क्षेत्र में चीनी आक्रमण के सवाल पर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. अजीत डोभाल ने कड़े लहजे में कहा कि भारत चीन द्वारा किसी भी अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं करेगा.
हम किसी भी तरह का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे: डोभाल
न्यूज एजेंसी एएनआई से मंगलवार को विशेष बातचीत में अजीत डोभाल ने चीन के साथ सीमा गतिरोध के बाद भारत द्वारा उठाए गए बाहरी सुरक्षा उपायों के बारे में चर्चा की. उन्होंने कहा कि चीन के साथ हमारा लंबे समय से लंबित क्षेत्रीय विवाद है. हमने चीन के सामने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं और वे इस बात से वाकिफ हैं कि हम किसी भी तरह का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे. बता दें कि 2020 के गलवान संघर्ष के दो साल बाद दोनों देशों ने गतिरोध को हल करने के लिए कई दौर की सैन्य और कूटनीतिक वार्ता की है. कुछ सीमा बिंदुओं पर सहमति बनी है, लेकिन कुल मिलाकर गतिरोध अब भी जारी है.
अपनी सीमाओं की पूरी तरह से रक्षा करने में भारत सक्षम
इस सवाल के जवाब में कि क्या चीन ने भारत के संबंध में अपनी विस्तारवादी नीति को रोक दिया है, एनएसए अजीत डोभाल ने कहा कि 2020 में कुछ अप्रिय घटनाएं हुई थीं. हम बातचीत और अनुनय के माध्यम से कुछ को हल करने में सक्षम थे. इसमें से कुछ बिंदुओं का समाधान होना बाकी है. हम अपने प्रयास जारी रखेंगे. साथ ही, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सतर्क हैं और अपनी सीमाओं की पूरी तरह से रक्षा करने में सक्षम हैं.
वरिष्ठ कमांडर-स्तरीय बैठक के जल्द होने प्रतीक्षा कर रहा भारत
इससे पहले भारत ने पहले कहा था कि वह पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ सभी बिंदुओं पर पूरी तरह से विघटन के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए चीन के साथ अगली वरिष्ठ कमांडर-स्तरीय बैठक के जल्द होने प्रतीक्षा कर रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने 31 मई को हुई भारत-चीन सीमा मामलों (डब्लूएमसीसी) की बैठक में परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से चर्चा जारी रखने के लिए सहमत हैं, ताकि शेष मुद्दे को हल किया जा सके.
दोनों देशों के बीच कई दौर की हो चुकी है वार्ता
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि डब्लूएमसीसी भारत-चीन सीमा वार्ता 31 मई को हुई थी, मेरे पास इसमें जोड़ने के लिए बहुत कुछ नहीं है. महत्वपूर्ण बात यह है कि वे मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार, पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी के साथ सभी अहम बिंदुओं पर पूर्ण विघटन के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए वरिष्ठ कमांडर स्तर की वार्ता को जल्द से जल्द आयोजित करने पर सहमत हुए है. मुझे किसी विशेष तारीख की जानकारी नहीं है, जिसे मैं इस समय आपके साथ साझा कर सकता हूं. मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि हम जल्द से जल्द कमांडर स्तर की इस वार्ता की प्रतीक्षा कर रहे हैं. अप्रैल-मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की कार्रवाइयों के कारण गतिरोध के बाद से अभी तक दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की 15 दौर की वार्ता हो चुकी है.
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