India China News : भारत चीन सीमा विवाद के बीच नया खुलासा सामने आया है. चीन बातचीत के बाद भी एलएसी के पैंगोंग त्से झील से पीछे हटने को तैयार नहीं है. इतना ही नहीं, लगातार चीनी सेना उत्तरी पैंगोंग त्से के पास अपनी स्थिति मजबूत करने में लगी है. बताया जा रहा है कि चीन पैंगोंग के पास सेना की संख्या बढ़ा दी है. वहीं भारत ने चीन से कहा है कि वे पूरी तरह पीछे हटे.
डेक्केन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार चीनी सैनिक पैंगोंग त्से के पास सैनिकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी की है. चीन बातचीत के बाद भी अपने नापाक हरकत लगातार जारी रख रहा है. अखबार को सूत्रों ने बताया कि चीन ने पैंगोंग के पास टेंट बनाकर अपने सैनिकों को रखना शुरू कर दिया है. इससे पहले, चीनी सैनिक गलवान में भी इसी तरह के टेंट लगाकर सैनिकों को इकट्ठा किया था.
चीन पूरी तरह पीछे हटे– एलएसी पर जारी तनाव के बीच भारतीय और चीनी सेना के शीर्ष कमांडरों के बीच पांचवें चरण की वार्ता रविवार को हुई. पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और पैंगोंग त्से झील के पास टकराव वाले सभी स्थानों से सैनिकों के जल्द पीछे हटने को सुनिश्चित करने के लिए यह वार्ता की गयी थी. बताया जा रहा है कि कमांडर स्तर की यह पांचवी बैठक थी.
भारत के आम लोगों के लिए खोल दिया है सियाचिन– वहीं इससे पहले, खबर आई थी कि चीन से सीमा पर तनाव के बीच सेना ने बड़ा फैसला किया है. अब सीमा सटे सियाचिन ग्लेशियर को आम आदमी के लिए भी खोलने का निर्णय लिया है. सेना के इस फैसले के बाद सियाचिन टूरिस्ट हब बन सकता है, जिससे वहां के नजदीक के गांवों को विकास में मदद मिल सकती है
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टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इंडियन आर्मी ने अपने एक फैसले में सियाचिन बेस कैंप और लद्दाख में कुमार पोस्ट को नागरिकों के लिए खोल दिया है. हालांकि यह पोस्ट खोलने का ऐलान अक्टूबर में ही किया गया था, लेकिन कोरोना महामारी और चीन सीमा पर तनाव के बीच यह फैसला टल रहा था.
बता दें कि चीन के साथ मई में शुरू हुए तनाव के बाद से ही देश के तीनों सेना को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है, जिसके बाद सभी सेना अपने अपने हिसाब से तैयारी कर रही है. वायुसेना लगातार सीमा पर समीक्षा बैठक कर रही है. वहीं बीते दिनों रक्षा मंत्रालय ने तनाव को देखते हुए सेना को कई छूटें प्रदान की है.
Posted By : Avinish Kumar Mishra