अमित शाह ने कांग्रेस को दी चुनौती, कहा- चर्चा करनी है तो आइए, 1962 से आज तक दो-दो हाथ हो जाए

Home minister amit shah, india china border tension, congress: पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तनातनी को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. रविवार को गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले कांग्रेस द्वारा हो रहे हमलों का जवाब दिया. उन्होंने एक इंटरव्यू में कोरोना वायरस और सीमा पर तनाव समेत तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2020 2:29 PM

Home minister amit shah, india china border tension, congress: पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ तनातनी को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. रविवार को गृह मंत्री अमित शाह ने इस मामले कांग्रेस द्वारा हो रहे हमलों का जवाब दिया. उन्होंने एक इंटरव्यू में कोरोना वायरस और सीमा पर तनाव समेत तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की. समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अमित शाह ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोला.

उन्होंने कहा कि वह चर्चा से नहीं डरते. राहुल गांधी कभी भी संसद में भारत-चीन पर बात कर सकते हैं. लेकिन जब जवान चीन का सामना कर रहे हैं, उस वक्त ऐसे बयान नहीं देने चाहिए जिससे पाकिस्तान और चीन को खुशी हो. उन्होंने कहा कि संसद चलने वाली है और अगर किसी को सीमा विवाद पर चर्चा करना है तो आइए, हम चर्चा करेंगे. 1962 से आज तक दो दो हाथ हो जाए. बता दें कि गलवान घाटी में झड़प पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर लगातार सवाल उठाए थे.

यहां तक कि राहुल गांधी ने ‘Surender Modi’ तक ट्वीट कर डाला था. इसी से संबंधित सवाल पूछा गया तो अमित शाह ने पलटवार किया. उन्होंने आगे कहा कि सरकार भारत विरोधी प्रोपगेंडा से लड़ने में सक्षम है लेकिन यह देखकर दुख होता है कि इतनी बड़ी पार्टी का पूर्व अध्यक्ष ऐसी ‘ओछी’ राजनीति करता है. उस ट्वीट का आगे जिक्र करते हुए गृहमंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस और राहुल को खुद इस बारे में सोचना चाहिए.

उनकी इस बात को पाकिस्तान और चीन में लोग हैशटैग बनाकर इस्तेमाल कर रहे थे. कांग्रेस को इसके बारे में सोचना चाहिए कि उनकी पार्टी के नेता का हैशटैग चीन-पाकिस्तान को बढ़ावा देता है. कोरोना संकट और चीन से तनाव के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दोनों जंग जीतने जा रहा है.

कांग्रेस वाले.. क्या लोकतंत्र की बात करेंगे

अमित शाह ने कहा कि भाजपा में कभी एक ही परिवार का कोई व्यक्ति अध्यक्ष नहीं बना. कांग्रेस में इंदिरा जी के बाद कोई एक अध्यक्ष बता दीजिए जो परिवार के बाहर का हो, ये क्या लोकतंत्र की बात करेंगे. आपातकाल को देश की जनता ने याद करना चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र की नींव पर तब प्रहार हुआ था. कोरोना के खिलाफ भारत सरकार सही से लड़ी है. राहुल गांधी जी को मैं सलाह नहीं दे सकता.


मैं कुछ भी छिपाना नहीं चाहता

अमित शाह ने कहा- विश्व के परिपेक्ष में हमारे देश के आंकड़े बहुत अच्छे हैं. नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत में कोरोना से भारत सरकार, राज्य सरकारें और 130 करोड़ देशवासी, सभी ने लड़ाई लड़ी. उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली सरकार को तत्काल 500 ऑक्सीजन सिलेंडर, 440 वेंटिलेटर दिए हैं. एंबुलेंस के लिए दिल्ली सरकार को कहा है कि प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर आप इनकी जरूरत पूरी कर सकते हैं. आने वाले समय में और मदद भी दिल्ली सरकार को दी जाएगी. मैं कुछ भी छिपाना नहीं चाहता हूं. मैंने तीन सबसे वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है. दिल्ली में अभी कम्यूनिटी संक्रमण वाली स्थिति नहीं आई है. अब जब दिल्ली में टेस्ट बढ़ रहे हैं तो औसतन हम कह सकते हैं कि दिल्ली में ये स्थिति नहीं है.

दिल्ली में कम्यूनिटी ट्रांशमिशन नहीं

अमित शाह ने कहा कि दिल्ली के बाद डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बयान दिया कि 31 जुलाई तक दिल्ली में साढ़े पांच लाख कोरोना के केस होंगे. इसके बाद लोगों में डर फैल गया. अब मुझे यकीन है कि हम ऐसी खराब स्थिति में नहीं पहुंचेंगे. गृहमंत्री ने कहा कि आज दिल्ली में ऐसी कोई स्थिति (कम्यूनिटी ट्रांशमिशन) नहीं है, चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.


राहुल गांधी ने पूछा- कब होगी राष्ट्र रक्षा और सुरक्षा की बात?

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भारत-चीन सीमा विवाद मामले में लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोल रहे हैं. उन्होंने रविवार को एक बार फिर ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा, ‘कब होगी राष्ट्र रक्षा और सुरक्षा की बात?’ इससे पहले भी उन्होंने अपने कई ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए सरकार पर हमला बोला है. चीन के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को भी अपने एक ट्वीट में पीएम मोदी से सवाल किया था. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा था कि हमारे जवानों को बिना हथियार के किसने भेजा और क्यों भेजा?

Posted By: Utpal kant

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