चीनी उत्पादों की ब्रांडिंग करें बंद, फिल्मी सितारों सहित खिलाड़ियों से देश के व्यापारियों की अपील

India china tension: पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीनी सेना की हरकत निंदा करते हुए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का आह्वान किया है. देश के व्यपारियों के इस संगठन ने कहा कि भारत के व्यापारी काफी आक्रोशित हैं. कैट ने चीनी सामान के बहिष्कार करने के साथ ही भारतीय फिल्मी सितारे और खिलाड़ियों से अपील की है कि वे चीन के किसी भी सामान की ब्रांडिंग करना बंद करें.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2020 12:40 PM

पूर्वी लद्दाख में एलएशी पर चीन की सैन्य आक्रामकता की निंदा करते हुए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का आह्वान किया है. देश के व्यपारियों के इस संगठन ने चीन की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा कि भारत के व्यापारी काफी आक्रोशित हैं. कैट ने चीनी सामान के बहिष्कार करने के साथ ही भारतीय फिल्मी सितारे और खिलाड़ियों से अपील की है कि वे चीन के किसी भी सामान की ब्रांडिंग करना बंद करें.

कैट ने अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, शिल्पा शेट्टी, माधुरी दीक्षित, महेंद्र सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर और अन्य लोगों को चीनी सामान के बहिष्कार के अपने राष्ट्रीय आंदोलन ‘भारतीय सम्मान- हमारा अभिमान’ में शामिल होने का न्योता दिया है.गौरतलब है कि कैट द्वारा चीनी सामान को हटाने का अभियान 10 जून से शुरू किया गया है. चीन की हरकतों को देखते हुए बहुत से देश अपने यहां से चीनी माल को खत्म करने की सोच रहे हैं.

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राष्ट्र की भावनाओं का सम्मान करें

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने भारतीय फिल्मी सितारे और क्रिकेटर्स द्वारा चीनी ब्रांड्स के बड़े पैमाने पर एंडोर्समेंट करने पर भी गंभीर चिंता जतायी है. उन्होंने फिल्मी सितारों दीपिका पादुकोण, आमिर खान, विराट कोहली, रणवीर सिंह, सारा अली खान, रणबीर कपूर, विकी कौशल, जो विभिन्न चीनी मोबाइल उत्पादों की ब्रांडिंग करते हैं, से अपील की कि वे चीनी ब्रांड्स की ब्रांडिंग करना बंद करें और राष्ट्र की भावनाओं का सम्मान करें.

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घाटा उठाने को भी तैयार

भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि हाल के घटनाक्रमों और भारत के प्रति चीन के लगातार रवैये के मद्देनजर, भारतीय व्यापारियों ने संकल्प लिया है कि चीनी आयात को कम करके चीन को एक बड़ा सबक सिखाएं. कैट ने कहा है कि दिसम्बर 2021 तक चीन से आयात 1 लाख करोड़ रुपये कम करने के लक्ष्य को हासिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे, फिर भले ही व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़े. व्यापारियों के लिए राष्ट्र हित से पहले कुछ नहीं होगा और उन्होंने आंदोलन के साथ एकजुटता से खड़े होने का फैसला किया है.वर्तमान में चीन में निर्मित वस्तुओं का भारत में वार्षिक आयात लगभग 70 बिलियन डॉलर या 5.25 लाख करोड़ रुपये का है.

भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि चीनी उत्पादों के बहिष्कार के अभियान में देशभर के बॉलीवुड और खेल जगत के प्रमुख व्यक्तियों के जुड़ने से अभियान को बेहद मजबूती मिलेगी. इस संबंध में कैट ने गुरुवार को चीनी उत्पादों के समर्थन को रोकने के लिए मशहूर हस्तियों से अपील करते हुए कहा है कि भारतीय संविधान के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को कानून सम्मत पैसे कमाने का अधिकार है, लेकिन ऐसे कुछ अवसर आते हैं जब हमें अपनी मातृभूमि के लिए कुछ गतिविधियों को छोड़ना पड़ता है.

चीनी कंपनियों के ठेकों को तुरंत रद्द करें

इसके अलावा कैट ने केंद्र सरकार से चीनी कंपनियों को दिए गए ठेकों को तुरंत रद्द करने और भारतीय स्टार्टअप्स में चीनी कंपनियों द्वारा किए गए निवेश को वापस करने के नियमों को बनाने जैसे कुछ तत्काल कदम उठाने का भी आग्रह किया है. भरतिया ने सरकार से चीन पर एक मजबूत स्थिति बनाने का आग्रह किया है और चीनी कंपनियों को दिए गए सभी सरकारी अनुबंधों को तुरंत रद्द करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों से चीनी कंपनियां विभिन्न सरकारी अनुबंधों में बहुत कम दरों पर बोली लगा रही हैं और इस तरह से वे कई सरकारी परियोजना में निविदाओं को प्राप्त करने में सफल हुई हैं. बीसी भरतिया ने कहा कि सरकार को लागत में मामूली अंतर होने के बावजूद भारतीय कंपनियों को यह अनुबंध देने चाहिए.

Posted By: Utpal kant

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