भारत चीन के बीच लद्दाख सीमा को लकर गतिरोध लंबे समय से चल रहा है. इसे दूर करने के लिए बैठकों का दौर जारी है. पर भारतीय सेना की यह खासियत है कि सेना अपने मानवता के कर्तव्य को कभी नहीं भूलती है. इसकी बानगी तब देखने के लिए मिली जब भारतीय सेना ने लापता हुए चीनी सैनिक को ढूंढ़ने में चीनी सेना को मदद करने का वादा किया. साथ ही यह भी कहा की लापता चीनी सैनिक के मिलने के बाद उसे वापस चीन भेज दिया जायेगा. पर अब सवाल यह सामने आ रहा है कि कहीं चीन सैनिक के लापता होने का बहाना करके सीमा पर जासूसी तो नहीं करा रहा है.
चीनी सैनिक के लापता होने की जानकारी हाल ही में दी गयी है. पीएलए के वेस्टर्न थियेटर कमांड की ओर से जारी बयान में कहा गया की भारत चीन सीमा के पास उनका एक सैनिक लापता हो गया है. चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट करत हुए बताया कि पीएलए का एक सैनिक चरवाहे की याक ढूंढ़ते हुए रात में खो गया था. इसके साथ ही कहा गया कि भारत को इस बारे में जानकारी दी गयी, तब भारत ने लापता हुए सैनिक की खोज करने के लिए चीन की मदद करने पर सहमति जतायी थी.
पर अब सवाल यह भी सामने आ रहा है कि क्या याक के जरिये चीन भारतीय क्षेत्र की जासूसी कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह संदेह जताया गया चीन याक के जरिये भारतीय क्षेत्रों की जासूसी करवाता है.
इसी बीच लद्दाख के चुमार -डेमचोक इलाके में चीन के एक सैनिक को पकड़ा गया. भारतीय सीमा में इस चीन को देखा गया जिसके बाद सुरक्षा बलों ने इसे पकड़़ लिया. सुरक्षा बलों ने चीनी सैनिक से पूछताछ की. इस संबंध में उससे पूरी डिटेल ली गयी कि वह भारतीय सीमा में क्या कर रहा था ?
भारतीय सेना ने इस संबंध में एक आधिकारिक बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि भारतीय सीमा पर चीन का सैनिक पकड़ा गया है. पीएलए के सैनिक की पहचान कॉर्पोरल वांग या लॉन्ग के रूप में की गयी है. उसे कठोर जलवायु परिस्थितियों से बचाने के लिए चिकित्सा सहायता, भोजन और गर्म कपड़े दिये गये हैं.
चीनी सैनिक ने यह माना है कि वह गलती से भारतीय सीमा में प्रवेश कर गया. इस संबंध में चीनी सीमा पर तैनात चीन के सैन्य अधिकारियों को भी जानकारी दी गयी. उन्हें बताया गया कि उनका एक सैनिक भारतीय सीमा पर पकड़ गया है. अब भारतीय सीमा में पकड़े गये चीनी सैनिक को तय प्रोटोकॉल के तहत चीनी सेना को वापस किया जायेगा.
Posted By: Pawan Singh