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India China Border Tension : एलएसी पर जारी तनाव के बीच आमने-सामने होंगे चीन और भारत के रक्षा मंत्री !

India China Border Tension,LAC,LADAKH : पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीनी सेना ने सोमवार की रात एक बार फिर चुमार में घुसपैठ की कोशिश की. इस खबर के इतर चीन और भारत के रक्षा मंत्री आमने सामने होंगे. जी हां… रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को रूस रवाना हो गए. यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब संगठन के दो प्रमुख सदस्य भारत और चीन के बीच सीमा पर गतिरोध है.

By Agency | September 2, 2020 12:49 PM

India China Border Tension : पूर्वी लद्दाख (LADAKH) में एलएसी (LAC) पर चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीनी सेना ने सोमवार की रात एक बार फिर चुमार में घुसपैठ की कोशिश की. इस खबर के इतर चीन और भारत के रक्षा मंत्री आमने सामने होंगे. जी हां… रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए बुधवार को रूस रवाना हो गए. यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब संगठन के दो प्रमुख सदस्य भारत और चीन के बीच सीमा पर गतिरोध है.

अधिकारियों ने बताया कि चार सितंबर को होने वाली एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के अलावा सिंह अपने रूसी समकक्ष सर्गेई शोइगू और कई अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय सैन्य सहयोग बढ़ाने को लेकर बातचीत करेंगे. चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंघे और पाकिस्तानी रक्षा मंत्री परवेज खटक के भी एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने की उम्मीद है. रक्षा मंत्री की यह यात्रा रूस में बहुपक्षीय युद्ध अभ्यास में हिस्सा लेने से भारत के पीछे हटने के कुछ दिन बाद हो रही है जिसमें चीनी और पाकिस्तानी सैनिकों के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है.

एससीओ बैठक के इतर सिंह और वेई के बीच द्विपक्षीय बैठक की संभावना के बारे में पूछे जाने पर सूत्रों ने कहा कि ऐसी कोई योजना नहीं है. सिंह ने ट्वीट किया- मॉस्को के लिए रवाना हो रहा हूं… इस दौरे पर, मैं शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की एक बैठक, सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (सीएसटीओ) की बैठक में हिस्सा लूंगा और द्वितीय विश्व युद्ध में विजय की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सीआईएस के सदस्यों से मुलाकात करूंगा. उन्होंने कहा कि इस दौरान वह शोइगू के साथ साझा हितों पर चर्चा करेंगे.

सिंह ने कहा कि भारत और रूस एक रणनीतिक साझेदार हैं. मैं इस यात्रा के दौरान इस साझेदारी को और आगे बढ़ाने को उत्साहित हूं. जून के बाद सिंह की यह दूसरी मास्को यात्रा होगी. उन्होंने 24 जून को मास्को में विजय दिवस परेड में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. विजय दिवस परेड का आयोजन द्वितीय विश्वयुद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत विजय की 75 वीं वर्षगांठ पर किया गया था.

रूस ने 10 सितंबर को एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर को भी आमंत्रित किया है. रूसी रक्षा मंत्री शोइगू के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक में सिंह रक्षा अनुबंधों के तहत भारतीय सशस्त्र बलों को विभिन्न हथियारों और कलपूर्जों की जल्द आपूर्ति के लिए दबाव डालेंगे. इस वार्ता में, उम्मीद है कि, दोनों पक्ष भारत में एके 203 राइफल के उत्पादन के काफी समय से लंबित प्रस्ताव को आधिकारिक रूप से अंतिम रूप देंगे.

अधिकारियों ने कहा कि सिंह रूसी पक्ष से भारत को एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणालियों की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अनुरोध करेंगे. भारत को एस-400 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली की पहले खेप की आपूर्ति 2021 के अंत तक निर्धारित है. अधिकारियों ने बताया कि एससीओ की बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य और विभिन्न चुनौतियों एवं खतरों से निपटने के तरीकों को लेकर विचार-विमर्श किये जाने की उम्मीद है.

Posted By : Amitabh Kumar

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