LAC पर अगले राउंड की बैठक को लेकर तैयारी कर रहे हैं भारत और चीन
India china border tension: भारत और चीन सीमा विवाद को लेकर यह उम्मीद की जा रही है कि दोनों ही देशों के बीच सैन्य-कूटनीतिक वार्ता अगले सप्ताह आयोजित की जा सकती है. यह बैठक का आठवां दौर होगा. यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सर्दियां आने वाली है. दोनों ही देशों की सेनाएं 1,597 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शीतकालीन तैनाती के लिए तैयार हैं.
भारत और चीन सीमा विवाद को लेकर यह उम्मीद की जा रही है कि दोनों ही देशों के बीच सैन्य-कूटनीतिक वार्ता अगले सप्ताह आयोजित की जा सकती है. यह बैठक का आठवां दौर होगा. यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सर्दियां आने वाली है. दोनों ही देशों की सेनाएं 1,597 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर शीतकालीन तैनाती के लिए तैयार हैं.
दोनों ही देशों ने लद्दाख सीमा विवाद को लेकर बातचीत के विकल्प को खुला रखा है. इससे पहले भी सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत हो चुकी है. बातचीत का उद्देश्य किसी भी प्रकार के अक्रामक स्थिति को रोकना है. हालांकि चीनी पक्ष ने यह प्रस्ताव दिया है कि दोनों ही तरफ से सीमा पर सेना की तैनाती कम की जाये. पर भारत इसके लिए तैयार नहीं है क्योंकि इसका फायदा फिर चीन उठा सकता है.
इससे पहले भारत चीन के पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद को लेकर कोर कमांडर स्तर की बैठक 11 घंटे से अधिक चली थी. यह बैठक सोमवार 12 बजे चुशुल में शुरु हुई थी. सरकारी सूत्रों ने यह बात कही. बैठक में भारत ने बीजिंग से अप्रैल पूर्व की यथास्थिति बहाल करने और विवाद के सभी बिन्दुओं से चीनी सैनिकों की पूर्ण वापसी करने को कहा.
भारत चीन के बीच जारी सीमा विवाद के छह महीने पूरे होने वाले हैं. जबकि विवाद का जल्द समाधान होने के आसार कम ही दिखते हैं क्योंकि भारत और चीन ने बेहद ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग एक लाख सैनिक तैनात कर रखे हैं इससे पता चलता है कि दोनों ही देश लंबे समय तक यहां गतिरोध में डटे रहने की तैयारी कर चुके हैं.
हालांकि पिछली वार्ता के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया था, लेकिन सूत्रों ने कहा कि एजेंडा विवाद के सभी बिन्दुओं से सैनिकों की वापसी के लिए एक प्रारूप को अंतिम रूप देने का था. भारतीय प्रतिनिधमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और विदेश मंत्रालय में पूर्वी एशिया मामलों के संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव कर रहे रहे थे.
Posted By: Pawan Singh