चीन की शैतानी खोपड़ी में एक बार फिर खुराफात आ रहा है. एक बार फिर LAC इलाकों में अशांति बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रहा है. भारत के साथ दर्जन भर से ज्यादा बैठकों के बाद भी चीन की चाल नहीं बदली है.
आज भी चीन साजिशें कर रहा है. LAC पर चीन सैन्य ताकतें और बड़ी तैयारियों में लगा है. चीन ने भारत का कई बार भरोसा तोड़ा है. इस बार भी चीन ने भारत के भरोसे को तोड़ दिया है. भारत ने चीन पर विश्वास किया और चीन ने पीठ में खंजर घोंपने की कोशिश की है.
चीन की इस नयी चाल में ड्रोन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है. चीन की सेना LAC पर जमकर ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है. चीनी सेना ड्रोन के जरिये भारत के उन ठिकानों पर निगरानी की कोशिश कर रही है जहां हमारे सैनिक तैनात होते हैं.
चीन लगातार साजिश कर रहा है एक बार भारत की जमीन पर कब्जे की रणनीति बना रहा है. दौलत बेग ओल्डी और गोगरा हाइट्स समेत विवाद वाले कई हिस्सों में चीनी ड्रोन की हलचल देखी जा रही है. ना ही नहीं चीन ने LAC के पास 50 हजार सैनिकों की तैनाती भी की है.
पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में भी चीन अपनी सैन्य ताकतें बढ़ रहा है और LAC के नजदीक निर्माण की पूरी कोशिश में लगा है. चीन ने इन इलाकों में टेंट की जगह पक्के मकान बना लिया है.
भारत की रणनीति के आगे हम बार मुंह की खाने वाला चीन सर्दी से लड़ने के लिए पक्के मकान बना रहा है. चीन ठंड से बचने के लिए यह निर्माण करा रहा है. चीन तिब्बत में रणनीतिक तौर पर निवेश को बढ़ा रहा है. चीन की यह कोशिश है कि यहां के ज्यादा से ज्यादा लोगों को जबरन सेना में शामिल किया जाये और इन सीमाओं पर इन सैनिकों का उपयोग किया जा सके.
चीन को समझाने और सीमा पर शांति बनाये रखने की भारत की कोशिशों को चीन ने अपनी चालबाजी से हर बार अशांत करने की कोशिश की है. गलवान घाटी के विवाद के बाद चीन से कई दौर की बातचीत हुई. चीन ने एक तरफ बातचीत जारी रखी तो दूसरी तरफ भारत से भिड़ने की रणनीति भी तैयार करता रहा. अभी भी दोनों देशों के बीच शांति को लेकर बातचीत जारी है लेकिन चीन की रणनीति और सीमा पर बढ़ रही सैन्य ताकतें चीन की चाल का खुलासा कर रही हैं.
भारत चीन के इस दोहरे चरित्र का विरोध करता रहा है. भारत ने हमेशा शांति से मामला सुलझाने की कोशिश की है लेकिन चीन लगातार भारत के इस स्वभाव को कमजोरी समझने की भूल कर रहा है. कई मौकों पर भारत ने चीन के सैनिकों को पीछे खदेड़ा है.
भारत और चीन के बीच मुख्य रूप से पैंगोंग लेक के किनारे, गोगरा हाइट्स और हॉटस्प्रिंग इलाके में विवाद है. भारत भले ही शांति से समझौते की तरफ फोकस कर रहा है लेकिन चीन इसी तरह अपनी दोहरी रणनीति से बाज नहीं आया तो भारत के सैनिक मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं.
भारत और चीन के बीच 3 हजार 488 किलोमीटर लंबे LAC को लेकर विवाद है. अरुणाचल को तिब्बत का हिस्सा बताकर चीन अपना दावा करता है. भारत ने कई मौकों पर यह साफ कर दिया है कि इन इलाकों में एक इंच जमीन भी भारत चीन को नहीं देगा.