India china face off: लद्दाख में चीन के साथ तनाव चरम पर है. इसी बीच वायु सेना (IAF) प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया (air chief rks bhadouria) ने कहा है कि हम किसी भी अचानक हुई घटना का जवाब देने के लिए अच्छी तरह से तैयार और तैनात हैं. मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि हम गलवान के बहादुरों के बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देंगे. आपको बता दें कि चीन के सैनिकों से हिंसक झड़प में 20 जवानों की शहादत के बाद भारत ने किसी भी हालात से निबटने की अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. चीन को हर तरीके से सबक सिखाने के लिए सेना, वायुसेना और नेवी को हाई अलर्ट पर रखा गया है. आइए आपको बताते हैं वायुसेना की तैयारी सु जुड़ी कुछ खास बातें…
1. वायुसेना अपने लड़ाकू विमानों को चीन की सीमा के नजदीक फॉरवर्ड बेस में तैनात कर रही है. एक ओर जहां लेह से लद्दाख तक आसमान में भारतीय फाइटर जेट्स गरज रहे हैं, तो चिनूक व अपाचे हेलीकॉप्टर लद्दाख की पहाड़ियों पर लगातार निगरानी कर रहे हैं.
2. लेह और श्रीनगर एयरबेस भारत के लिए रणनीतिक रूप से काफी अहम हैं. ये दोनों एयरबेस पूर्वी लद्दाख से बेहद करीब हैं. यहां से लद्दाख में किसी भी ऑपरेशन को तत्काल अंजाम दिया जा सकता है.
3. इस बीच भारत ने सुखोई 30एमकेआइ मिराज 2000 और जगुआर फाइटर जेट्स को अडवांस पोजिशन में तैनात कर दिया है जहां से वे तुरंत उड़ान भर सकते हैं और दुश्मन को धूल चटा सकते हैं.
4. भारतीय सेना के जवानों की मदद के लिए अमेरिकन अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर्स को भी तैनात कर दिया है. चिनूक हेलीकॉप्टर्स को भी लेह में तैयार रखा गया है. एमआइ17V5 मीडियम लिफ्ट चॉपर्स भी सेना और सामानों की आपूर्ति में अहम योगदान दे रहे हैं.
5. न्यूज एजेंसी एएनआइ द्वारा जारी लेह और लद्दाख की कुछ ताजा तस्वीरों में हेलीकॉप्टर्स और लड़ाकू विमान लद्दाख के आसमान में मंडराते देखे गये.
6. पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास चीन ने 10 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात किये हैं. ऐसे में भारतीय सेना भी जवाबी कार्रवाई के लिए तैयारियों में लग गयी है.
7. इस बीच वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया ने लेह और श्रीनगर एयरबेस का दौरा किया. इस दौरे को चीन को एक बड़े संकेत देने के तौर पर देखा जा रहा है.
8. सुखोई 30एमकेआइ की ये है खूबी
-हवा और जमीन में तेजी से मिसाइलें दागने में सक्षम
-भारत की क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का सफल परीक्षण इस लड़ाकू विमान से किया गया था
-अपनी तेज गति के लिए जाना जाता है यह लड़ाकू विमान, 2100 किमी/घंटा स्पीड
9. मिराज 2000 की क्षमता
-एक साथ हवा से जमीन और हवा से हवा में भी मार करने में सक्षम
-13,800 किलो गोला बारूद के साथ 2,336 किमी/घंटा की स्पीड से उड़ने में सक्षम
-125 राउंड गोलियां और 68 मिमी के 18 रॉकेट दागता है प्रति मिनट
10. जगुआर फाइटर जेट्स में क्या है खास
-कम ऊंचाई पर एक स्थिर उड़ान और जंगी हथियारों को ले जाने में सक्षम
-विमान 1700 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भरता है उड़ान
-4.5 हजार किग्रा वजन तक के रॉकेट समेत कई हथियार हो सकते हैं लोड
Posted By : Amitabh Kumar