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बार्डर से चीन वापस बुला रहा है अपने सैनिक
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चार चरणों में हो रही है सैनिक वापसी
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भारी युद्धक टैंक फिंगर 8 से पीछे हटाए
India-China Face Off, Border Dispute, Bharat ki kutnitik jeet, Hindi News: भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) पर साल भर से जारी गतिरोध लगता है खत्म हो गया है. क्योंकि, पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के किनारे के आस-पास के इलाकों से चीनी सैनिक अपने तंबू उखाड़ने लगी है. और चीन अपने सैनिक को भी वापस बुला रहा है. दोनों देशों के सेनाओं की वापसी लगातार जारी है. सैटेलाइट तस्वीरों से भी साफ हो गया है कि चीनी सेना ने अपने दर्जनों ढांचों को तोड़कर इलाके को खाली कर रही है.
गौरतलब है कि, पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के किनारे के इलाकों पर चीनी सैनिकों ने महीनों से तंबू गाड़ कर तैनात थे. लेकिन भारत की मजबूत कूटनीतिक रणनीति के आगे झुकते हुए ड्रैगन पीछे हटने को मजबूर हो गया. लेकिन क्या यहीं कारण है जिसके आगे चीन जैसा अड़ियल देश झुक गया, और पीछे हट गया. इंडिया टुडे ने नॉर्दन आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी से इस बारे में पूरी बात की.
लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी ने बताया कि पैंगोंग त्सो में चीनी सेना की वापसी भारत के लिए एक बड़ी जीत है. इस इलाके में भारत ने अपने किसी भी क्षेत्र को नहीं खोया है. उन्होंने बताया कि चीन ने भारत को कम आंका था, चीन ने सोचा भी नहीं था कि भारत इस कदर अड़ जाएगा और इतनी बड़ी सेना की तैनाती कर देगा. उन्होंने यह भी बताया कि, भारत कई जगहों पर चीन से मजबूत स्थिति में था. ऐसे में चीन के पास वापस हटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था.
गौरतलब है कि, चीन ने पैंगोंग लेक के टकराव वाले क्षेत्र से भी अपने बंकरों को तोड़ दिया है. लगाये गये तंबू को उखाड़ दिए हैं. साथ ही अपनी तोपों को भी वहां से हटा दिया है. और लगातार स्थान को खाली करती जा रही है. बता दें, चीनी सेना ने फिंगर-4 और फिंगर-8 के बीच के क्षेत्रों में बंकरों समेत कई और निर्माण कार्य किया था. इस दौरान चीनी सेना ने फिंगर-4 से आगे भारतीय सेना की गश्त भी बाधित कर दी थी.
Posted ny: Pritish sahay