India-China Face Off: एलएसी पर चीन ने बनाये कई कैंप, अब किस साजिश की तैयारी कर रहा है ड्रैगन !

India-China Face Off: ड्रैगन अपनी टेढ़ी चाल से बाज ही नहीं आ रहा है. डोकलाम विवाद में मुंह की खाने के बाद से ही चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control, LAC) पर अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने में जुटा हुआ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2020 8:32 AM

India-China Face Off: ड्रैगन अपनी टेढ़ी चाल से बाज ही नहीं आ रहा है. डोकलाम विवाद में मुंह की खाने के बाद से ही चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control, LAC) पर अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने में जुटा हुआ है. दरअसल, डेकलाम विवाद के बाद से ही सैन्य टकराव की स्थिति को देखते हुए चीन अपनी तैयारी पुख्ता करने की दिशा में काम कर रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी की मानें तो, चीन ने लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक तराई वाले इलाकों में सैन्य शिविर बनाया है. बता दें, बीते कुछ महीनों से भारत और चीन की सेना आमने-सामने है.

सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि चीनियों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के नजदीक करीब 20 कैंप्स बनाये हैं. स्थानीय लोगों ने चीनी कैंपों में सेना की तहल पहल भी देखी है. बता दें, इन कैंपों की मदद से चीनी सैनिक अपनी सीमा के अंदर आवाजाही करते हैं. इसके अलावा विपरित परिस्थिति में सेना के लिए अतिरिक्त मदद यहां से तुरंत मुहैया करा सकते है. जो भारत के लिए निश्चित ही चिंता का विषय है.

भारत और चीन के रिश्तों में खटास 1962 से ही शुरु हो गई थी. लेकिन, साल 2017 में जब डोकलाम विवाद शुरू हुआ तो भारत और चीन के रिश्तें में तल्खी आती ही चली गई. दरअसल, डोकलाम एक विवादित भूभाग है जिसपर चीन और भूटान दोनों देश अपना दावा करते हैं. भारत भूटान के पक्ष में है. और सामरिक दृष्टिकोण से यह इलाका भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है.

जब साल 2017 में चीन ने इस इलाके पर सड़क निर्माण शुरू किया तो भारतीय सेना ने चीन की सड़क निर्माण कार्य रोक दिया. इसके बाद करीब ढ़ाई महीने तक भारत और चीन की सेनाएं आमने सामने रहीं. दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बन गये थे. हालांकि बाद में बातचीत से ताजा गतिरोध खत्म हो गया. लेकिन दोनों देशों के रिश्तों में आयी तल्खी बरकरार रही.

डोकलाम विवाद को लेकर अतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की खूब सराहना हुई थी. भारत चीन युद्ध के बाद यह पहला मौका था जब भारत की सेना चीन से सीधी टक्कर लेने के लिए डट गयी थी. और अंत में चीन को ही पीछे हटना पड़ा. इधर, पूर्वी लद्दाख में 50 हजार से ज्यादा भारतीय सैनिक तैनात हैं. हालांकि चीन ने भी अपने 60 हजार सैनिकों को भारी हथियारों, गोला बारुद और मिसाइलों के साथ तैनात कर रखा है. कई बार दोनों देसों की सेनाओं में टकराब हो चुका है. हालांकि, वार्ताओं का दौर भी जारी है.

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Posted by: Pritish sahay

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