India China Face off news : विदेश मंत्री जयशंकर ने रिश्ते सामान्य करने के लिए दिये आठ मंत्र
India- China Face off : भारत और चीन के बीच के जारी तनाव को कम करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने आठ सिद्धांत बताये हैं . इन आठ सिद्धांतों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के प्रबंधन पर सभी समझौतों का सख्ती से पालन, आपसी सम्मान एवं संवेदनशीलता तथा एशिया की उभरती शक्तियों के रूप में एक दूसरे की आकांक्षाओं को समझना शामिल है.
India- China Face off : भारत और चीन के बीच के जारी तनाव को कम करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने आठ सिद्धांत बताये हैं . इन आठ सिद्धांतों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के प्रबंधन पर सभी समझौतों का सख्ती से पालन, आपसी सम्मान एवं संवेदनशीलता तथा एशिया की उभरती शक्तियों के रूप में एक दूसरे की आकांक्षाओं को समझना शामिल है.
चीनी अध्ययन पर 13वें अखिल भारतीय सम्मेलन को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में पिछले वर्ष हुई घटनाओं ने दोनों देशों के संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि वास्तविक नियंत्रण रेखा का कड़ाई से पालन और सम्मान किया जाना चाहिए और यथास्थिति को बदलने का कोई भी एकतरफा प्रयास स्वीकार्य नहीं है.
That is why the events in Eastern Ladakh last year have so profoundly disturbed the relationship because they not only signaled a disregard for commitments about minimising troop levels but also showed a willingness to breach peace and tranquility: EAM S Jaishankar https://t.co/rLICHPRgUN
— ANI (@ANI) January 28, 2021
विदेश मंत्री ने कहा कि सीमा पर स्थिति की अनदेखी कर जीवन सामान्य रूप से चलते रहने की उम्मीद करना वास्तविकता नहीं है. जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन के संबंध दोराहे पर हैं और इस समय चुने गए विकल्पों का न केवल दोनों देशों पर बल्कि पूरी दुनिया पर प्रभाव पड़ेगा.
पूर्वी लद्दाख गतिरोध के संबंध में जयशंकर ने कहा, वर्ष 2020 में हुई घटनाओं ने हमारे संबंधों पर वास्तव में अप्रत्याशित दबाव बढ़ा दिया है. पिछले वर्ष (पूर्वी लद्दाख में) हुई घटनाओं ने दोनों देशों के संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. विदेश मंत्री ने कहा कि इसने (लद्दाख की घटनाओं ने) न सिर्फ सैनिकों की संख्या को कम करने की प्रतिबद्धता का अनादर किया, बल्कि शांति भंग करने की इच्छा भी प्रदर्शित की.
जयशंकर ने कहा कि हमें चीन के रुख में बदलाव और सीमाई इलाकों में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती पर अब भी कोई विश्वसनीय स्पष्टीकरण नहीं मिला है. द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए आठ सूत्रीय सिद्धांत का उल्लेख करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा के प्रबंधन पर पहले हुए समझौतों का पूरी तरह से पालन किया जाना चाहिए.
Also Read: Jio बना दुनिया का पांचवां सबसे मजबूत ब्रांड, एपल, अमेजॉन और अलीबाबा को दी पटखनी
उन्होंने कहा, जो समझौते हुए हैं, उनका पूर्णतया पालन किया जाना चाहिए. वास्तविक नियंत्रण रेखा का कड़ाई से पालन और सम्मान किया जाना चाहिए. यथास्थिति को बदलने का कोई भी एकतरफा प्रयास पूर्णतया अस्वीकार्य है. जयशंकर ने कहा कि दोनों देश बहुध्रुवीय विश्व को लेकर प्रतिबद्ध हैं और इस बात को स्वीकार किया जाना चाहिए कि बहु ध्रुवीय एशिया इसका एक महत्वपूर्ण परिणाम है.
Posted By : Rajneesh Anand