पीएम मोदी आज महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, गुजरात, और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत करेंगे, जिसमें कोविड -19 मामलों और मौत की संख्या में तेजी देखी जा रही है. बैठक से पहले दो मिनट का मौन रखकर प्रधानमंत्री मोदी ने उन सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने सोमवार की रात पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प की झड़प में अपनी जान गंवाई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि चीन के आदेश पर झड़प के दौरान भारतीय सैनिकों द्वारा किया गया सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. इस मुद्दे पर राष्ट्र को एक संक्षिप्त संबोधन में, प्रधान मंत्री ने कहा कि यदि उकसाया गया तो भारत जवाब देने में सक्षम है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा “मैं राष्ट्र को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. हमारे लिए, देश की एकता और संप्रभुता सबसे महत्वपूर्ण है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत शांति चाहता है लेकिन अगर उकसाया गया है तो वह जवाब देने में सक्षम है.
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प चीनी पक्ष के प्रयास का नतीजा था. जबकि चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि चीन-भारत सीमा की स्थिति पर दोनों पक्षों के राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से एक दूसरे के साथ घनिष्ठ संवाद हो रहे है. गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में बीते सोमवार की रात भारतीय सेना के जवानों की चीनी सेना के जवानों के साथ हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए.
अब पहले से सीमा पर चल रहा तनाव और नाजुक स्थिति में आ गया है. न्यूज एजेंसी के अनुसार चीन को भी इस झड़प में भारी नुकसान हुआ है लेकिन वह सैनिकों की सही स्थिति का खुलासा नहीं कर रहा है लद्दाख बॉर्डर पर झड़प में में भारतीय जवानों के शहीद होने पर कांग्रेस लगातार हमलावर है. लद्दाख बॉर्डर में भारत और चीन से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गलवान में सैनिकों की क्षति परेशान करने वाली और दर्दनाक है. उन्होंने कहा, हमारे सैनिकों ने अनुकरणीय साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में अपने जीवन का बलिदान दिया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा.