गलवान घाटी हिंसा पर आया US का बयान, अमेरिकी विदेश मंत्री ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
India china face off, India China stand off: पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के प्रति अमेरिका ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट कर भारतीय वीरों को नमन किया है. एशिया के दो ताकतवर देशों भारत और चीन के बीच सैन्य झड़प के बाद अमेरिका ने इसपर बयान देते हुए उम्मीद जताई थी कि दोनों देश शांतिपूर्ण तरीके से इसका हल निकाल लेंगे.
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के प्रति अमेरिका ने गहरी संवेदनाएं व्यक्त की है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट कर भारतीय वीरों को नमन किया है. एशिया के दो ताकतवर देशों भारत और चीन के बीच सैन्य झड़प के बाद अमेरिका ने इसपर बयान देते हुए उम्मीद जताई थी कि दोनों देश शांतिपूर्ण तरीके से इसका हल निकाल लेंगे.
We extend our deepest condolences to the people of India for the lives lost as a result of the recent confrontation with China. We will remember the soldiers' families, loved ones, and communities as they grieve.
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) June 19, 2020
अमेरिका के विदेश मंत्री ने ट्वीट किया.- चीन के साथ हुए हालिया टकराव में भारत के जिन जवानों की जान गई है, उन्हें हम श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. हम भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. इस दुख की घड़ी में हम सैनिकों के परिवारों, प्रियजनों और समुदायों को याद रखेंगे.’ विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने यह ट्वीट गुरुवार को शीर्ष चीनी राजनयिक यांग जिएची के साथ बैठक के कुछ घंटे बाद किया. हवाई में हुई पोम्पिओ-यांग वार्ता में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प का मुद्दा उठा या नहीं इस साथ संबंध में विदेश मंत्रालय ने कोई जानकारी नहीं दी.
बता दें कि व्हाइट हाउस ने एक दिन पहले कहा था कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़पों की जानकारी है.व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैली मेकनैनी ने सीमा पर हुई झड़प के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा था, राष्ट्रपति को इसकी जानकारी है. हम पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हालात पर नजर रख रहे हैं.
एयरफोर्स चीफ ने किया लेह बेस का दौरा
वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने लेह एयरबेस का दौरा किया है. वायुसेना इस वक्त लेह-लद्दाख इलाके में अलर्ट पर है, ऐसे में इस दौरे की अहमियत काफी अधिक है. सूत्रों की मानें तो वायुसेना प्रमुख भदौरिया बुधवार रात को श्रीनगर-लेह एयरबेस पर पहुंचे. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और सेना प्रमुख एमएम नरवणे से मुलाकात करने के बाद ये दौरा शुरू हुआ था. चीन के साथ जारी विवाद में बॉर्डर के पास लेह और श्रीनगर एयरबेस काफी अहम हैं. वायुसेना ने मिराज 2000 की फ्लीट को भी लद्दाख क्षेत्र के पास मूव कर लिया है, ताकि चीन के पास बॉर्डर पर तुरंत मूव किया जा सके. इससे पहले सुखोई-30 को भी अलर्ट पर रखा गया है.
IAF Chief visits Leh to review Ladakh operations, fighter aircraft moved to forward bases
Read @ANI Story | https://t.co/6XgXnLTbrA pic.twitter.com/SRvgOmQ9oE
— ANI Digital (@ani_digital) June 19, 2020
गलवान घाटी में सही और गलत बिल्कुल साफ
चीनी के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा, गलवान घाटी में सही और गलत बिल्कुल साफ है. प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भारत झूठ बोल रहा है. दोनों देशों के बीच अभी बातचीत जारी है. उन्होंने साफ किया कि झड़प के दौरान किसी भी भारतीय सैनिक को हिरासत में नहीं लिया गया था. दरअसल, शुक्रवार सुबह सूत्रों के हवालों से खबर आयी थी कि चीन ने 10 भारतीय सैनिकों को छोड़ा है. ये वो सैनिक थे जो उस दिन झड़प में शामिल
China has not seized any Indian personnel, Chinese Foreign Ministry spokesperson Zhao Lijian told a daily press briefing on Friday in response to a question about the China-India border situation: China's CGTN pic.twitter.com/ujfIluRKd4
— ANI (@ANI) June 19, 2020
Posted By: Utpal kant