नयी दिल्ली : भारत-चीन सीमा विवाद पर आज विदेश मंत्रालय की तरफ से यह कहा गया है कि टकराव वाले सभी इलाकों से यथाशीघ्र सैनिकों को पूर्ण रूप से हटाने के लिए चीन को भारत के साथ गंभीरता से काम करना चाहिए. विदेश मंत्रालय की ओर से यह कहा गया कि हाल ही में हुई मंत्री स्तरीय वार्ता में यह सहमति बनी कि सैनिकों को शीघ्र और पूर्ण रूप से हटाया जाना चाहिए. दोनों पक्षों को तनाव बढ़ा सकने वाली गतिविधियों से दूर रहते हुए टकराव वाले इलाकों में तनाव घटाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
गौरतलब है कि लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तनाव जारी है. घुसपैठ की कोशिश में विफल रहने के बाद चीन सीमा पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के फिराक में है. वह भारतीय सैनिकों का मनोबल तोड़ने के लिए लाउडस्पीकर के जरिये पंजाबी गीत बजा रहे हैं और मोदी सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे हैं. भारत-चीन के बीच वार्ता का कोई परिणाम नहीं निकला है.
The Chinese side should sincerely work with the Indian side for complete disengagement at the earliest from all friction areas including Pangong lake: Anurag Srivastava, Spokesperson of Ministry of External Affairs pic.twitter.com/G4B9fe6B4S
— ANI (@ANI) September 17, 2020
इधर खबर है कि सीमा पर चीन की तरफ से गोलीबारी भी हुई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में चीन मसले पर बयान दिया है और संसद को आश्वत किया है कि हम किसी भी परिस्थिति से निपटने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि हम पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहते हैं, लेकिन कोई हमारी संप्रभुता का सम्मान नहीं करेगा तो हम जवाब देना जानते हैं. आज राज्यसभा में सरकार को विपक्ष का साथ भी मिला और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि देश की एकता और अखंडता के मुद्दे पर पूरा देश एक साथ है.
Posted By : Rajneesh Anand