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India China Faceoff: ड्रैगन की नयी चाल, भारत की जासूसी के लिए चीन ने समुद्र के अंदर छोड़ा ड्रोन

India China Standoff नयी दिल्ली : गलवान घाटी की घटना के बाद से भारत और चीन के बीच लगातार तनाव (India China Faceoff) बना हुआ है. इस बीच भारत को परेशान करते हुए नये-नये हथकंडे अपना रहा है. कभी पाकिस्तान (Pakistan) और नेपाल (Nepal) को उकसाने की कोशिश कर रहा है तो कभी भारतीय क्षेत्र में ड्रोन उड़ा रहा है. अब एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि चीन ने हिंद महासागर (Indian Ocean) में भी भारत पर निगरानी के लिए सी विंग ग्लाइडर तैनात किये हैं. इस अंडरवाटर ड्रोन को चीन की नौसेना ने तैनात किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2020 6:19 PM

India China Standoff नयी दिल्ली : गलवान घाटी की घटना के बाद से भारत और चीन के बीच लगातार तनाव (India China Faceoff) बना हुआ है. इस बीच भारत को परेशान करते हुए नये-नये हथकंडे अपना रहा है. कभी पाकिस्तान (Pakistan) और नेपाल (Nepal) को उकसाने की कोशिश कर रहा है तो कभी भारतीय क्षेत्र में ड्रोन उड़ा रहा है. अब एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि चीन ने हिंद महासागर (Indian Ocean) में भी भारत पर निगरानी के लिए सी विंग ग्लाइडर तैनात किये हैं. इस अंडरवाटर ड्रोन को चीन की नौसेना ने तैनात किया है.

फोर्ब्स मैगजीन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने निगरानी के लिए अंडरवाटर ड्रोन तैनात किये हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अंडरवाटर ड्रोन पानी के अंदर रहकर कई महीनों तक काम कर सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पहली बार इस ड्रोन को दिसंबर 2019 में पानी के अंदर तैनात किया गया था. इन्हें फरवरी में बाहर निकाला गया था.

इस दौरान इन ड्रोन्स ने करीब 3400 ऑब्जर्वेशन हासिल किये थे. रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि एक बार फिर चीन ने काफी संख्या में इन ड्रोन्स को समुद्र में उतारा है. फोर्ब्स की मैगजीन में एचआई सटन की रिपोर्ट में कहा गया कि चीन के ये ग्लाइडर ठीक वैसे ही हैं जिन्हें अमेरिका ने समुद्र में तैनात किया था. अमेरिका की ओर से छोड़े गये ड्रोन्स को चीन ने 2016 में जब्त किया था.

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जब अमेरिकी ड्रोन को चीन ने जब्त किया था, तब सुरक्षा आ हवाला दिया था. चीन की ओर से कहा गया था कि ऐसा नावों के सुरक्षित आवागमन के लिए किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के सरकारी सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है कि ऐसे कई ड्रोन्स चीन ने हिंद महासागर में छोड़े हैं. इससे मिली जानकारियों का इस्तेमाल नैसेना करेगी.

Posted By: Amlesh Nandan.

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