India China Faceoff: चीन के साथ जारी तनाव के बीच जल्द ही भारत को S-400 मिसाइल देगा रूस
India China Faceoff नयी दिल्ली : उत्तरी लद्दाख में चीन के साथ जारी तनाव के बीच रूस, भारत को जल्द ही एस 400 मिसाइलें सौंपने वाला है. रूस की ओर से एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस मिसाइल को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है. ताकी इसे जल्द से जल्द तैयार कर भारत को सौंपा जा सके. यह मिसाइल जमीन से हवा में मार करने वाली है. रूसी मिशन के उप प्रमुख रोमन बबुशिकन ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि दोनों पक्ष लॉजिस्टिक सपोर्ट समझौते पर काम कर रहे हैं.
India China Faceoff नयी दिल्ली : उत्तरी लद्दाख में चीन के साथ जारी तनाव के बीच रूस, भारत को जल्द ही एस 400 मिसाइलें सौंपने वाला है. रूस की ओर से एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस मिसाइल को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की जा रही है. ताकी इसे जल्द से जल्द तैयार कर भारत को सौंपा जा सके. यह मिसाइल जमीन से हवा में मार करने वाली है. रूसी मिशन के उप प्रमुख रोमन बबुशिकन ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि दोनों पक्ष लॉजिस्टिक सपोर्ट समझौते पर काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस समझौते के तहत दोनों देश अरबो डॉलर के सौदे के बेहद करीब हैं. उन्होंने कहा कि भारत-रूस संयुक्त उपक्रम भारतीय सेना के लिए 200 कामोव केए-226टी युद्द्धक हेलीकॉप्टर का निर्माण करेंगे. अमेरिका के साथ बेका समझौते पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत और रूस के रक्षा संबंध किसी भी प्रतिबंध और विदेशी समझौते से परे हैं. बेका समझौते से दोनों देशों के आपसी संबंधों पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
बता दें कि एस 400 मिसाइलों की पहली खेप अगले साल के अंत तक भारत पहुंचने की उम्मीद है. इस पर पूछे गये सवाल पर रोमन ने कहा कि फिलहाल इसकी समय सीमा में कोई बदलाव नहीं हुआ है. इसके लिए हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक भारत के साथ रक्षा सहयोग का सवाल है. यह किसी भी विदेशी हस्तक्षेप से प्रभावित नहीं हुआ है. दोनों देश अपनी रक्षा और आत्मविश्वास की भावना के साथ आगे बढ़ रहे हैं.
आपको बता दें कि एस 400 मिसाइल वही मिसाइल है जिसपर समझौते के समय 2018 में अमेरिका ने भारत को चेतावनी दी थी. इसके बावजूद भारत ने इस मिसाइल की खरीद के लिए रूस के साथ समझौता किया था. रोमन ने बताया कि भारत 200 कामोव केए 226टी हैलीकॉप्टर के लिए भी रक्षा सौदा होना है. वहीं 2016 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एके 203 राइफलों के निर्माण के लिए करार पर हस्ताक्षर किये थे.
Posted By: Amlesh Nandan.