India China Stand off : विवाद के 100 दिन पूरे, सुलह के राजदूत लेवल की वार्ता शुरू
india china news, border and LAC, india china tension 100 days :भारत चीन सीमा पर तनाव उत्पन्न का आज 100वां दिन है. दोनों देश के प्रतिनिधि तनाव कम करने को लेकर लगातार बैठकें आयोजित कर रहा है, लेकिन अभी भी कई मुद्दों पर तकरार जारी है. दोनों देश के बीच पैंगोंग त्से झील और लद्दाख के कुछ हिस्सों में तनाव बरकरार है.
India China Stand off : भारत चीन सीमा पर तनाव उत्पन्न का आज 100वां दिन है. दोनों देश के प्रतिनिधि तनाव कम करने को लेकर लगातार बैठकें आयोजित कर रहा है, लेकिन अभी भी कई मुद्दों पर तकरार जारी है. दोनों देश के बीच पैंगोंग त्से झील और लद्दाख के कुछ हिस्सों में तनाव बरकरार है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार दोनों देश के बीच शांति स्थापित करने को लेकर चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने बुधवार को यहां देश की सतारूढ कम्युनिस्ट पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ पूर्वी लद्दाख में सीमा पर स्थिति और संपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय विदेश विषय समिति आयोग कार्यालय के उपनिदेशक लिऊ जियांचाओ के साथ मिस्री की यह बैठक पूर्वी लद्दाख में टकराव के सभी क्षेत्रों से सैनिकों के पीछे हटने पर भारत और चीन के बीच राजनयिक और सैन्य वार्ता के बीच हुई है.
बीते 100 दिनों की बात करें तो भारत से दुश्मनी मोल लेकर चीन को बड़ा आर्थिक झटका लगा है. भारत ने 59 चीनी कंपनियों को बैन कर दिया. इसके अलावा, चीन के साथ कई करार को रद्द कर दिया गया. साथ ही चीन से आयात और निर्यात के क्षेत्र में रोक लगा दी गई है.
टी-15 टैंक तैनात- इससे पहले, जी न्यूज ने खुफिया रिपोर्ट के हवाले से बताया कि चीन गलवान घाटी हिंसा से पहले ही पूरी तैयारी के साथ आया था. चीन ने इसी कारण अपने सबसे मजबूत हथियार टी-15 टैंक को तिब्बत सीमा पर तैनात कर दिया था. बताया जा रहा है कि चीन ने टैंक की तैनाती के बाद ही घुसपैठ शुरू किया था. अमेरिका और भारतीय खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट की मानें तो चीन ने 30 टन वाला टी-15 टैंक सीमा पर तैनात कर दिया है.
15 जून को को हुआ था वारदात- बता दें कि 15 जून की रात को भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प की घटना हुई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गये थे. उस घटना में चीन को भी भारी नुकसान हुआ था, लेकिन ड्रैगन ने अपने नुकसान को दुनिया के सामने नहीं लाया. उस घटना के बाद से लद्दाख में दोनों देशों के बीच विवाद और भी गहरा गया था.
Posted By : Avinish Kumar Mishra