चीन को कम लागत वाली ड्रोन और तकनीक आसानी से हो रहे उपलब्ध : वायुसेना प्रमुख
India China Border News Update वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने मंगलवार कहा कि छोटे देश और अलगाववादियों की मदद से चीन को ड्रोन जैसे कम लागत वाली तकनीक आसानी से उपलब्ध हो जा रहे हैं. जिससे वह प्रतिकूल प्रभाव पैदा करने में सफल हो रहा है.
India China Border News Update वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने मंगलवार कहा कि छोटे देश और अलगाववादियों की मदद से चीन को ड्रोन जैसे कम लागत वाली तकनीक आसानी से उपलब्ध हो जा रहे हैं. जिससे वह प्रतिकूल प्रभाव पैदा करने में सफल हो रहा है.
The low-cost & easy availability of simple disruptive technologies such as drones with small state and non-state actors have made them more lethal, agile and capable of generating disproportionate effects: IAF Chief RKS Bhadauria pic.twitter.com/IY6Z5eiwXV
— ANI (@ANI) December 29, 2020
आरकेएस भदौरिया ने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर भारत और चीन के बीच संघर्ष किसी भी नजरिये से अच्छा नहीं है. भदौरिया ने साथ ही दुनिया को आगाह करते हुए कहा कि चीन पाकिस्तान को मोहरा बनाकर अपना वर्चस्व बढ़ाना चाहता है. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि अमेरिका के अफगानिस्तान से बाहर निकलने के बाद से चीन और पाकिस्तान दोनों के लिए रास्ते खुल गये हैं.
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि वैश्विक भू-राजनीतिक मोर्चे पर विकसित अनिश्चितताओं और अस्थिरता ने चीन को अपनी बढ़ती शक्ति का प्रदर्शन करने का मौका दिया है और अप्रत्यक्ष रूप से यह वैश्विक सुरक्षा के लिए प्रमुख शक्तियों के अपर्याप्त योगदान को भी सामने लाया है.
आरकेएस भदौरिया ने कहा कि चीन एलएसी के पास भारी संख्या में सेना को तैनात किया है और उनके पास रडार और मिसाइल की बड़ी संख्या मौजूद हैं. लेकिन, हमारी सेना भी हर स्तर पर तैनात है. उन्होंने कहा कि उत्तर में चीन की कार्रवाई से साफ पता जाहिर है कि उनका उद्देश्य क्या है. उन्होंने कहा कि हमें वास्तविक रूप से पता है कि चीन ने अपने इस कदम से क्या हासिल क्या.
उल्लेखनीय है कि एशिया महाद्वीप के छोटे देश जैसे नेपाल, पाकिस्तान और म्यांमार को चीन आर्थिक रूप से मदद पहुंचा रहा है. इस प्रयास के माध्यम से चीन अपने व्यापार को बढ़ाने की कोशिश में भी लगा है. इसके माध्यम से वह भारत समेत कई देशों को चुनौती देने की कोशिश कर रहा है.
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