प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे. अपने संबोधन में मोदी अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का मुद्दा उठा सकते हैं. साथ ही इससे सख्ती से निपटने के लिए वैश्विक समुदाय से एकजुट होने की अपील करेंगे. साथ ही इस बात पर भी जोर रहेगा की वैश्विक शांति और समावेशी विकास के लिए आंतकवाद किस प्रकार से एक बड़ी समस्या है.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि “अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए समावेशी और समाधान” का जिक्र करके मोदी चीन पर निशाना साध सकते हैं. जबकि “अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को घेरने की कोशिश करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी के भारतीय समयानुसार शाम साढ़े छह बजे तक बोलने की उम्मीद है. प्रधानमंत्री सयुंक्त राष्ट्र में भारत की प्राथमिकताओं की भी बात करेंगे, क्योंकि जनवरी 2021 से भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में एक गैर-स्थायी सदस्य का पद संभालेगा.
सूत्रों के मुताबिक अपनी प्राथमिकताओं में भारत “NORMS का जिक्र करेगा. साथ ही तकनीक और शांति व्यवस्था को सुदढ़ करन भारत की प्राथमिकता में शामिल होगा.
चूंकि भारत दो साल के लिए यूएनएससी का एक गैर-स्थायी सदस्य होगा, इसलिए मोदी भारत के 5-एस के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे. इनमें सम्मान, संवाद,सहयोग, शांति और समृद्धि की बात होगी. प्रधानमंत्री मोदी को वक्त के रूप में बोलने के आज समय निर्धारित किया गया है.
बता दें कि 75वें यूएनजीए का थीम इस बार ‘भविष्य जो हम चाहते है’ पर रखा गया है. कोरोना वायरस महामारी के कारण इस बार वर्चुअल मोड पर यह कार्यक्रम किया जा रहा है. प्रधानमंत्री का संबोधन न्यूयॉर्क में UNGA हॉल में प्रसारित एक पूर्व-रिकॉर्डेड वीडियो की तरह होगा.सूत्रों ने कहा कि UNGA के 75 वें सत्र के दौरान आतंकवाद पर वैश्विक कार्रवाई को मजबूत करना भारत की प्राथमिकता सूची में शामिल होगा.
सूत्रों ने कहा कि भारत, सबसे बड़ा सैन्य योगदान देने वाले देशों में से एक होने के नाते, संयुक्त राष्ट्र के शांति अभियानों के लिए जनादेश को अंतिम रूप देना चाहता है. इसके साथ ही भारत सतत विकास जलवायु परिवर्तन समेत कई मुद्दों पर अपनी भागीदारी के बारे में जानकारी देगा. इसके साथ ही भारत वैश्विक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोविड-19 के दौरान 150 से अधिक देशों को किये गये सहयोग के बारे में जानकारी देगा.
Posted by: Pawan Singh