नयी दिल्ली : भारत-चीन के बीच एलएसी पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है, इस बारे में चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम पांच बजे सर्वदलीय बैठक बुलायी है. इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीमा पर जारी तनाव को लेकर विपक्षी दलों के साथ बातचीत करेंगे.
गौरतलब है कि कल रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में चीन मामले पर बयान दिया था और संसद को आश्वस्त किया था कि हम किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. रक्षा मंत्री ने बताया था कि 1993 और 1996 में हुए समझौतों का चीन पालन नहीं कर रहा है. उसने एलएसी का सम्मान करना भी छोड़ दिया है, जिसके कारण 2003 के बाद से कई बार एलएसी पर चीन के साथ झड़प हुई है.
हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के अनुसार 29-30 अगस्त को पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर भारतीय सेना द्वारा चीनी सेना को करारी चोट देने के बाद चीनी सैनिक टैंक और बख्तरबंद गाड़ी लेकर आये थे और उन्हें ऐसा लगा था कि उसकी इस हरकत से भारतीय सेना डर जायेगी, लेकिन मुंह की खानी के बाद वह दूसरी चाल चल रहा है.
वह अब भारतीय सैनिकों का मनोबल तोड़ने की कोशिश कर रहा है. चीनी सेना पैंगोंग झील के फिंगर 4 पर लाउड स्पीकर लगाकर भारतीय सैनिकों का मनोबल तोड़ रही है और उन्हें भड़काने की कोशिश कर रही है इतना ही नहीं इस इलाके में पंजाबी गाने भी बजाये जा रहे हैं. चीनी सेना भारत की सरकार की निंदा कर रही है और सैनिकों के साथ माइंडगेम खेल रही है.
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चीन में यह नीति बहुत प्रसिद्ध है कि बिना युद्ध किये युद्ध जीतना, जिसमें वे अपने सामने वाले देश के सैनिकों का मनोबल तोड़ते हैं. 1962 की युद्ध में भी शुरुआत में चीन ने इसी तकनीक का सहारा लिया था. इस तकनीक से पहले ग्लोबल टाइम्स ने आलेख लिखकर भारत की अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य सुविधा पर भी चोट किया था, जो उनकी युद्धनीति का हिस्सा है.
Posted By : Rajneesh Anand